10वीं-12वीं बोर्ड एग्जाम: नंबर जोड़ने में गलती पर शिक्षकों को देना होगा हर्जाना

भोपाल: बोर्ड परीक्षा की कॉपियों की जांच होगी सख्त, गलती पर शिक्षकों को भरना होगा जुर्माना
माध्यमिक शिक्षा मंडल (माशिमं) ने 10वीं और 12वीं की उत्तर पुस्तिकाओं के मूल्यांकन को लेकर इस बार सख्त नियम लागू किए हैं। अब कॉपियों की जांच तीन चरणों में होगी, ताकि किसी भी तरह की गलती को रोका जा सके। अगर किसी शिक्षक ने अंक दर्ज करने में चूक की, तो उस पर 100 रुपये जुर्माना लगाया जाएगा।
13 मार्च से शुरू होगा मूल्यांकन
बोर्ड परीक्षाओं की उत्तर पुस्तिकाओं का मूल्यांकन 13 मार्च से शुरू हो रहा है। इस बार मूल्यांकन शुरू करने से पहले शिक्षकों को एक आदर्श उत्तर पुस्तिका दी जाएगी, ताकि वे उसी के अनुसार कॉपियों की जांच कर सकें।
कैसे होगी तीन चरणों में जांच?
- पहला चरण: मूल्यांकनकर्ता हर उत्तर के लिए अलग-अलग अंक देंगे और सभी अंकों को जोड़कर मुखपृष्ठ पर दर्ज करेंगे।
- दूसरा चरण: अगर किसी विद्यार्थी को 90 या 99 अंक मिलते हैं, तो उसकी कॉपी दोबारा जांची जाएगी। इसके अलावा, सामान्य स्थिति में भी एक और मूल्यांकनकर्ता नंबरों का मिलान करेगा। अगर अंकों का जोड़ गलत पाया गया, तो पहले मूल्यांकनकर्ता पर जुर्माना लगेगा।
- तीसरा चरण: यह जांच रैंडम तरीके से होगी, यानी पहले से जांची गई उत्तर पुस्तिकाओं में से कुछ कॉपियों को दोबारा चेक किया जाएगा।
गलती मिली तो लगेगा जुर्माना
अगर किसी भी चरण में अंक दर्ज करने में गलती पाई गई, तो मूल्यांकनकर्ता को प्रति गलती 100 रुपये का जुर्माना देना होगा। इस सख्ती का कारण यह है कि हर साल हजारों छात्र पुनर्मूल्यांकन के लिए आवेदन करते हैं, और कई मामलों में उनके अंक बढ़ भी जाते हैं। इससे बोर्ड को कई बार कोर्ट में शर्मिंदगी का सामना करना पड़ता है।
सख्ती से लागू होंगे नए नियम
माशिमं का कहना है कि इस बार हर उत्तर पुस्तिका को पूरी गंभीरता से जांचने पर जोर दिया जाएगा। इससे न सिर्फ छात्रों को सही मूल्यांकन मिलेगा, बल्कि बोर्ड की विश्वसनीयता भी बनी रहेगी।