इंदौर में आने वाला हफ्ता रहेगा तपता हुआ, 43 डिग्री तक जा सकता है तापमान

इंदौर। महीने की शुरुआत में तो मौसम कुछ राहतभरा था, लेकिन अब सूरज ने असली रंग दिखाना शुरू कर दिया है। राजस्थान की ओर से चल रही उत्तर-पश्चिमी गर्म हवाएं अब शहर में अपनी गर्मी महसूस कराने लगी हैं। भोपाल के मौसम विभाग के वैज्ञानिकों का कहना है कि अभी तक मराठवाड़ा इलाके में बने चक्रवाती सिस्टम की वजह से अरब सागर से नमी आ रही थी, जिससे बादल बने हुए थे और धूप थोड़ी कम लग रही थी। अब वह सिस्टम खत्म हो गया है, आसमान साफ हो गया है, और ऐसे में आने वाले हफ्ते में तापमान 2 से 4 डिग्री तक बढ़ सकता है। उम्मीद है कि अप्रैल के दूसरे हफ्ते में इंदौर का पारा 41 से 43 डिग्री तक पहुंच जाएगा और लू चलने की भी आशंका जताई जा रही है।
जैसे-जैसे तापमान बढ़ेगा, बिजली की डिमांड भी चढ़ेगी गर्मी जैसे-जैसे बढ़ेगी, वैसे-वैसे बिजली की खपत भी बढ़ती जाएगी। इस बार शहर की बिजली की ज़रूरत करीब 750 मेगावाट तक पहुंच सकती है। इंदौर के आसपास के ग्रामीण इलाकों में भी मांग 725 मेगावाट तक पहुंचने की संभावना है। बिजली कंपनी इस बढ़ती जरूरत को देखते हुए अभी से अपनी तैयारियों में जुट गई है। फिलहाल शहरी इंदौर में बिजली की मांग करीब 450 मेगावाट के आसपास बनी हुई है। मई के महीने में तापमान के पीक पर पहुंचते ही खपत भी पूरे साल में सबसे ज्यादा हो जाती है। 24 घंटे लगातार बिजली की मांग और तेज़ गर्मी की वजह से सप्लाई पर भी असर पड़ सकता है। जैसे-जैसे पारा चढ़ेगा, वैसे-वैसे ट्रांसफार्मर और केबल भी ज़्यादा गर्म होंगे और इनमें फॉल्ट आने के मामले बढ़ सकते हैं। हालांकि बिजली कंपनी ने दावा किया है कि इस बार गर्मी में सप्लाई में कोई बड़ी दिक्कत नहीं आने दी जाएगी। गर्मी और बारिश से पहले शुरू हुआ मेंटेनेंस काम गर्मी और आने वाली बरसात के पहले बिजली कंपनी ने शहर और गांवों में मेंटेनेंस का काम शुरू कर दिया है। शहरी और ग्रामीण इलाकों में रोज़ाना करीब 2 से 4 घंटे लाइन चेकिंग, ट्रांसफार्मर की मरम्मत जैसे काम किए जा रहे हैं। इसके चलते अलग-अलग दिनों में अलग-अलग इलाकों में 2 से 3 घंटे की बिजली कटौती हो सकती है। कंपनी ने कहा है कि कोशिश रहेगी कि ये सारा काम तय समय पर पूरा हो जाए, ताकि लोगों को ज़्यादा परेशानी न हो। इसलिए ज़्यादातर मेंटेनेंस का काम सुबह जल्दी किया जाएगा, जब गर्मी ज़्यादा नहीं होती।