लाड़ली बहनों को मिलने वाली मासिक 1000 की राशि बढ़कर होगी क्रमश: 3000 रूपए : मुख्यमंत्री श्री चौहान
अब 21 वर्ष की विवाहित बहनें भी योजना का लाभ प्राप्त करेंगी
सीएम शिवराज ने लाड़ली बहना योजना की राशि हस्तांतरित कार्यक्रम में घोषणा करते हुए कहा कि बच्चियों का विवाह 21 साल की उम्र में हो जाता है। इसलिए योजना में पात्रता की उम्र 23 से घटाकर 21 साल कर रहे हैं।
नववधुओं को भी लाभ मिल सकेगा।
पाँच वर्ष में सभी बहनें होंगी लखपति क्लब में शामिल
वृद्ध महिलाओं की पेंशन बढ़कर होगी 1000 रूपये
जो कहता हूँ करके दिखाता हूँ
सिंगल क्लिक से 1.25 करोड़ बहनों के खातों में हुआ राशि का अंतरण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बहनों पर पुष्प-वर्षा के साथ किया राशि का अंतरण
जबलपुर के राज्य स्तरीय कार्यक्रम से जुड़ी पूरे प्रदेश की बहनें
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज जबलपुर में मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में बहनों के खातों में मासिक राशि अंतरित करने के राज्य स्तरीय कार्यक्रम का शुभारंभ किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने सिंगल क्लिक के माध्यम से 1.25 करोड़ बहनों के खाते में कुल 1209.64 करोड़ रूपए की राशि अंतरित की। इस कार्यक्रम से पूरे प्रदेश की बहनें भी जुड़ीं। प्रदेश के वार्डों और ग्रामों में राज्य स्तरीय कार्यक्रम का प्रसारण किया गया।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का लाभ लेकर बहनें मजबूत होंगी, वे अब मजबूर नहीं रहेंगी। योजना में प्रति माह 1000 रूपये की राशि देने के प्रावधान में संशोधन कर बहनों को क्रमश: बढ़ी हुई राशि का भुगतान किया जाएगा। आवश्यक वित्त व्यवस्था के फलस्वरूप योजना में 1000 रूपये के स्थान पर क्रमश: 1250 रुपए, इसके बाद 1500 रूपए, फिर 1750 रूपए, फिर 2 हजार रूपए और इसके बाद 2250 रुपए, 2500 रूपए और 2750 रूपए करते हुए राशि को 3 हजार रूपए तक बढ़ाया जाएगा। इसी तरह योजना के लिए विवाहित पात्र बहन की आयु न्यूनतम 23 वर्ष के स्थान पर 21 वर्ष की जाएगी। इसी तरह बहनों को आने वाले 5 वर्ष में लखपति बनाते हुए लखपति क्लब में शामिल किया जाएगा। वर्तमान में 23 से 60 वर्ष की विवाहित बहनें योजना में पात्र हैं। बहनों की आय कम से कम 10 हजार रूपए मासिक होना चाहिए। स्व-सहायता समूहों और आर्थिक समृद्धि की योजनाओं से लाभान्वित करते हुए बहनों की जिंदगी में सुख और आनंद लाने का कार्य किया जाएगा। मुख्यमंत्री ने कहा कि लाड़ली बहनों को वे अपना परिवार मानते हैं।
“नारी तू नारायणी, इस जग की पालनहारिणी”
कार्यक्रम के प्रारंभ में मुख्यमंत्री श्री चौहान ने प्रदेश की सभी बहनों को हाथ जोड़ कर प्रणाम किया। उन्होंने अपने संबोधन की शुरूआत करते हुए कहा कि – “नारी तू नारायणी, इस जग की पालनहारिणी”। माँ अन्नपूर्णा है तू ही, है तू ही वीणा वादिनी, है शक्ति स्वरूपा जगदंबा, है नारी तू नारायणी, इस जग की पालनहारिणी। हमारी भारतीय संस्कृति में भगवान से पहले माँ का नाम आता है, यथा-सीताराम, राधेश्याम, गौरीशंकर, लक्ष्मीनारायण।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि वे बहनों को अब परिवार में आर्थिक रूप से किसी विवशता का सामना नहीं करना पड़ेगा। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना में मिलने वाली राशि उनके जीवन में आनंद लाने का कार्य करेगी। परिवार में बच्चों के लिए दूध, फल, दवाई लाने, उनकी पढ़ाई के प्रबंध को बेहतर बनाने में योजना की राशि उपयोगी होगी। परिवार में बहन के साथ बच्चों को भी आगे बढ़ने का अवसर मिलेगा।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में लाड़ली बहना सेनाएँ भी बनेंगी। बड़े ग्रामों में 21 सदस्य और छोटे ग्रामों में 11 सदस्य वाली सेनाएँ गठित होंगी। लाड़ली बहना सेना अन्याय और शोषण के खिलाफ लड़ेंगी। यह सेनाएँ महिलाओं को उनके कल्याण की योजनाओं का लाभ दिलाने में मदद करेगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि राज्य सरकार ने अनेक महिला कल्याण योजनाओं से बहनों और बेटियों का सशक्तिकरण किया है। लाड़ली लक्ष्मी योजना, मुख्यमंत्री कन्या विवाह योजना, स्व-सहायता समूहों द्वारा आर्थिक उन्नयन की गतिविधियों से बहनें सशक्त हुई हैं। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि पूर्व सरकार ने बेटियों को लेपटाप प्रदान करने, बैगा, सहरिया और भारिया जनजाति की बहनों को प्रति माह दी जाने वाली आहार अनुदान राशि का भुगतान बंद कर दिया था जिसे हमारी सरकार ने पुन: प्रारंभ किया। पूर्व सरकार ने और भी कई कल्याणकारी योजनाएँ बंद करने का कार्य किया। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने बताया कि विशेष पिछड़ी जनजातियों को पोषण के लिए दी जाने वाली राशि का ही विस्तार करते हुए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना का निर्माण किया गया। बहनों का कष्ट और दुख वे अपना कष्ट मानते हैं। बहनों के सम्मान के लिए कोई कसर नहीं छोड़ी जाएगी। पंचायत राज संस्थाओं में 50 प्रतिशत और पुलिस में 30 प्रतिशत स्थान बेटियों के लिए सुरक्षित रखे गए हैं। इसी तरह बेटियों और बहनों के नाम पर संपत्ति की रजिस्ट्री की जाने पर मात्र एक प्रतिशत शुल्क लिया जाता है।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज का दिन स्वर्णिम दिन है। बेटियाँ और बहनें अब रोने या विलाप करने का कार्य नहीं करेंगी। आनंद की अनुभूति से उनके जीवन को बेहतर बनाना प्रमुख उद्देश्य है। मुख्यमंत्री ने उपस्थित महिलाओं का आहवान किया कि वे अपने आँसू पोछकर घरों से बाहर निकले, अपनी जिंदगी बेहतर बनाये। श्री चौहान ने महिलाओं का अपना परिवार बनाने, देश बनाने के लिए संकल्पबद्ध होने को कहा। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कन्या-पूजन और एक बहन को शाल, श्रीफल भेंट कर एवं पाँव पखार कर कार्यक्रम का शुभारंभ किया।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने 341 करोड़ रूपये लागत के 73 विकास एवं निर्माण कार्यों का लोकार्पण एवं शिलान्यास भी किया। इन कार्यों में स्मार्ट सिटी जबलपुर के विभिन्न कार्य, सीएम राइज विद्यालय, अनुसूचित जाति, जनजाति और अन्य पिछड़ा वर्ग के कल्याण कार्यों के साथ ही राजमार्ग उन्नयन एवं सड़क निर्माण के कार्य शामिल हैं। कार्यक्रम का प्रांरभ मध्यप्रदेश गान और दीप प्रज्ज्वलन से हुआ।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने विकास कार्यों पर केंद्रित प्रदर्शनी एवं वीरांगनाओं के योगदान पर केंद्रित विशेष प्रदर्शनी का अवलोकन भी किया। कार्यक्रम के दूसरे हिस्से में प्रभावशाली सांस्कृतिक कार्यक्रमों की प्रस्तुति कलाकारों द्वारा की गई। मुख्यमंत्री श्री चौहान का विभिन्न जन-प्रतिनिधियों ने स्वागत किया। अनेक बहनों ने मुख्यमंत्री श्री चौहान को एक विशाल राखी भी भेंट की।
सांसद श्री विष्णु दत्त शर्मा ने कहा कि प्रधानमंत्री श्री मोदी ने बेटी बचाओ-बेटी पढ़ाओ अभियान संचालित किया तो मुख्यमंत्री श्री चौहान ने मध्यप्रदेश में लाड़ली लक्ष्मी योजना का लाभ 45 लाख से अधिक बेटियों को दिया। अब बहनों को प्रतिमाह राशि प्राप्त होगी ।समाज में परिवर्तन का यह महत्वपूर्ण प्रयास है। सांसद श्री राकेश सिंह ने स्वागत भाषण दिया।
कार्यक्रम में लोक निर्माण मंत्री श्री गोपाल भार्गव, भारतीय जनता पार्टी की राष्ट्रीय सचिव सुश्री पंकजा मुंडे, मध्यप्रदेश की महिला मोर्चा अध्यक्ष श्रीमती माया नारोलिया, निगम अध्यक्ष श्रीमती अमिता चपरा, जन अभियान परिषद के उपाध्यक्ष डॉ. जितेंद्र जामदार, बुलंदशहर के सांसद श्री भोला सिंह,पूर्व मंत्री श्री अजय विश्नोई, श्री शरद जैन, विधायक श्री अशोक रोहाणी, श्री सदानंद गोडबोले, श्री सुशील तिवारी, श्रीमती नंदनी मरावी, श्री अंचल सोनकर, श्रीमती प्रतिभा सिंह, श्री हरेंद्र जीत सिंह बब्बू, श्री प्रभात साहू भी उपस्थित रहे।
खूबसूरत राखी एवं भावपूर्ण पाती भेंट कर माना आभार
मुख्यमंत्री श्री चौहान को लाड़ली बहनाओं ने बेहद ही खूबसूरत लंबी और बड़ी राखी भेंट की। साथ ही लाड़ली बहनों ने अपने लाड़ले भैया को अपनी भावनाओं को व्यक्त करते हुए पाती भी भेंट की। सभी ने एक बड़े पुष्पहार से भी अभिनंदन किया। सभी बहनें इस अवसर पर बेहद ही प्रसन्न नजर आई।
ड्रॉईंग प्रतियोगिता की विजेताओं को किया सम्मानित
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने लाड़ली बहना थीम पर आधारित 8 जून को हुई ड्राइंग प्रतियोगिता की विजेताओं को सम्मानित किया। उन्होंने अनघा गायकवाड़, तान्या पटेल और शौर्य जैन को पुरस्कृत किया।
नारी सशक्तिकरण पर नृत्य नाटिका “सृष्टि रूपा” का हुआ मंचन
मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के शुभारंभ पर नारी ओजस्विता और नारी सशक्तिकरण की थीम पर नृत्य नाटिका का बेहतरीन मंचन कलाकारों द्वारा किया गया। नृत्य नाटिका में प्रदेश सरकार द्वारा मुख्यमंत्री श्री चौहान के नेतृत्व में नारी सशक्तिकरण के लिये किये गये ऐतिहासिक और अभूतपूर्व फैसलों को बखूबी प्रदर्शित किया गया। इसमें पंचायती राज संस्थाओं के निर्वाचन में 50 प्रतिशत आरक्षण, पुलिस भर्ती में 30 प्रतिशत आरक्षण, महिलाओं के नाम रजिस्ट्री होने पर मात्र एक प्रतिशत का शुल्क, स्व-सहायता समूहों से महिलाओं के आर्थिक सशक्तिकरण, महिलाओं को नि:शुल्क ड्रायविंग लायसेंस सुविधा जैसी विभिन्न योजनाओं का रूपांकन किया गया।
मुख्यमंत्री रथ से पहुँचे कार्यक्रम स्थल
मुख्यमंत्री श्री चौहान समन्वय चौक से रथ पर सवार होकर कार्यक्रम स्थल पहुँचे। रथ मार्ग पर और कार्यक्रम स्थल पर लाड़ली बहनों ने पुष्प वर्षा कर अपने लाड़ले भाई श्री चौहान का आत्मीय स्वागत किया। मुख्यमंत्री ने भी अपनी बहनों पर पुष्प वर्षा कर स्नेह प्रकट किया।
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि प्रदेश में महिला सशक्तिकरण की दिशा में अनेक कदम उठाए गए हैं। इसी कड़ी में “मुख्यमंत्री लाड़ली बहना” योजना लागू की गई है। यह मेरी अंतरात्मा से निकली योजना है। इससे बहनों का आत्म-विश्वास, घर-परिवार और समाज में मान-सम्मान बढ़ेगा। योजना में पात्र हितग्राही बहनों को हर माह 1000 रूपए मिलेंगे। उन्होंने कहा कि आज शाम जबलपुर से प्रदेश की एक करोड़ 25 लाख बहनों के खातों में एक-एक हजार रूपए की राशि सिंगल क्लिक से अंतरित की जाएगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान स्मार्ट उद्यान में पौध-रोपण के बाद मीडिया से चर्चा कर रहे थे।
मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक हो गया
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि आज मेरा मुख्यमंत्री बनना सार्थक हो गया है। मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना के क्रियान्वयन से बहनों के जीवन में नया बदलाव और खुशहाली आएगी। उन्होंने कहा कि आज मेरे जीवन का सबसे सुखद और महत्वपूर्ण दिन है। माँ, बहन और बेटियों के कल्याण के लिए यह योजना मील का पत्थर साबित होगी।
बेटियाँ अब बोझ नहीं, वरदान
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि बेटियाँ अब बोझ नहीं, वरदान हैं। प्रदेश में बेटियों की शादी बोझ न रहे, इसके लिए सबसे पहले मुख्यमंत्री कन्या विवाह-निकाह योजना लागू की गई थी। इसके बाद वर्ष 2006 में लाड़ली लक्ष्मी योजना बनाई गई, जिससे लिंगानुपात में सुधार आया है। वर्ष 2012 में एक हजार बेटों पर 912 बेटियाँ जन्म लेती थी। अब यह अनुपात 956 हो गया है। बेटियों के जन्म लेने पर लोग अब खुशियाँ मनाते हैं।
महिलाओं का सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक सशक्तिकरण
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि प्रदेश में महिलाओं का सामाजिक, आर्थिक और राजनैतिक सशक्तिकरण किया जा रहा है। इसके लिए स्थानीय निकायों के निर्वाचन में महिलाओं को 50 प्रतिशत आरक्षण का लाभ मिल रहा है। महिलाएँ स्थानीय प्रशासन में अच्छी भागीदारी निभा रही हैं। बेटियों को पुलिस भर्ती में 30 प्रतिशत और शिक्षकों की भर्ती में 50 प्रतिशत आरक्षणदिया जा रहा है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि महिलाओं के नाम पर मकान, जमीन और अन्य सम्पत्ति की खरीदी पर रजिस्ट्री शुल्क में छूट देने से महिलाओं के नाम रजिस्ट्री की संख्या में अप्रत्याशित वृद्धि हुई है।