कलेक्टर एवं जिला निर्वाचन अधिकारी सुश्री ऋचा प्रकाश चौधरी के मार्गदर्शन में आज लोकसभा क्षेत्र क्रमांक 07 दुर्ग अंतर्गत विधानसभा 62-पाटन, 63-दुर्ग ग्रामीण, 64-दुर्ग शहर, 65-भिलाई नगर, 66-वैशाली नगर, एवं 67-अहिवारा के उपयोग होने वाले ईव्हीएम एवं वीवीपैट मशीनों की कमीशनिंग तथा माकपोल कार्य के लिए प्रशिक्षण प्रदान किया गया। प्रशिक्षण भिलाई इंस्टीट्यूट ऑफ टेक्नोलॉजी महाविद्यालय (बी.आई.टी.) दुर्ग में आयोजित किया गया।
प्रशिक्षण के दौरान मास्टर ट्रेनर्स द्वारा बताया गया कि कमीशनिंग का मतलब है, मशीन को मतदान के लिए तैयार करना। इसमें वीवीपैट में पर्चियों के विवरण प्री फीड करना, पेपर रोल लगाना, बीयू में मतपत्र सेट करना और मतदान के लिए बटनों को उपलब्ध कराना, सीयू में अभ्यर्थियों की संख्या निर्धारित करना, सील करना इत्यादि के बारे में विस्तार से बताया गया। इसके साथ ही ईव्हीएम एवं वीवीपैट मशीनों के तकनीकी पहलुओं से अवगत कराया गया। ईव्हीएम एवं वीवीपैट कमिशनिंग कार्य बहुत जिम्मेदारी वाला कार्य है। इसमें न केवल मशीन को मतदान के लिए तैयार किया जाता है, वरन इसे समुचित तरीके से सील भी किया जाता है ताकि किसी छेड़छाड़ की आशंका को समाप्त किया जा सके। निर्वाचन कार्य के अबाधित एवं सुचारू रूप से संपादन के लिए कमीशनिंग कार्य का पूर्ण गुणवत्तापूर्वक किया जाना आवश्यक है। उन्होंने अधिकारियों को कमीशनिंग के दौरान उचित ढंग से सिलिंग करने कहा। कमीशनिग का कार्य महत्वपूर्ण और संवेदनशील है। इसे गंभीरतापूर्वक करने की आवश्यकता है। टीम भावना के साथ समय का अनुपालन करते हुए कार्य सुनिश्चत करेंगे। प्रत्येक मशीन के लिए चेक लिस्ट उपलब्ध कराया जाएगा।
ईव्हीएम एवं वीवीपैट कमीशनिंग में बताया गया कि मॉकपोल के पूर्व ईवीएम और वीवीपैट का संयोजन और मॉकपोल का संचालन, मॉकपोल के पूर्व बीयू, सीयू और वीवीपैट का संयोजन, मतदान प्रारंभ करने के पूर्व ईवीएम तथा वीवीपैट को क्लियर करने के संबंध में जानकारी दी गई। मॉकपोल के पूर्ण होने के उपरांत मतदान प्रारंभ करने के पूर्व कन्ट्रोल यूनिट एवं वीवीपैट को सावधानीपूर्वक सीलबंद करने के संबंध में जानकारी दी गई। इसके साथ ही ईव्हीएम एवं वीवीपैट मशीनों की तकनीकी जानकारी और मतदान प्रक्रियाओं के संबंध में विस्तार से बताया गया।
प्रशिक्षण के दौरान बताया कि ईव्हीएम के सभी भागों-सीयू, बीयू, वीवीपैट का पूरे सेट का एक साथ कमीशनिंग किया जाएगा। प्रत्येक सीयू में दो एड्रेस टैग, प्रत्येक बीयू में एक मतपत्र, तीन एड्रेस टैग और एक पेयर पिंक पेपर सील, प्रत्येक वीवीपैट में दो एड्रेस टैग, ट्वीन धागा, चपड़े, सामग्री की आवश्यकता होगी। कमीशनिंग के लिए शुरूआत वीवीपैट से करना है। ईव्हीएम का कंट्रोल यूनिट बेहद संवेदनशील भाग है। यह पूरे सिस्टम का सीपीयू कहा जा सकता है। कमीशनिंग और सीलिंग के समय किया जाने वाला एक एक वोट वाला माकपोल केवल यह देखने के लिए होता है कि वीवीपैट की पर्चियां सही मुद्रित हो रही हैं और बीयू तथा सीयू के सभी बटन सही काम कर रहे हैं। दूसरे स्तर का माकपोल मशीन की विश्वसनीयता परखने के लिए होता है। इस अवसर पर विधानसभा स्तरीय मास्टर ट्रेनर्स सहित अन्य अधिकारी उपस्थित थे।