UK MP ट्यूलिप सिद्दीकी ने बांग्लादेश की भ्रष्टाचार एजेंसी के आरोपों को किया खारिज

लेबर पार्टी की सांसद ट्यूलिप सिद्दीकी, जो बांग्लादेश की बर्खास्त प्रधानमंत्री शेख हसीना की भतीजी हैं, ने खुद पर लगे किसी भी गलत काम के आरोपों से इनकार किया है। यह बयान उस समय आया जब ढाका की एंटी करप्शन कमिशन (एसीसी) की ओर से उनके खिलाफ गिरफ्तारी वारंट जारी होने की खबर सामने आई। ट्यूलिप ने इस साल जनवरी में ब्रिटेन में खजाना मंत्री (यूके ट्रेज़री मिनिस्टर) के पद से इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने कहा था कि उनके पारिवारिक रिश्ते प्रधानमंत्री कीर स्टारमर की सरकार के काम में “दखल” बनते जा रहे हैं। ट्यूलिप की तरफ से उनके प्रवक्ता ने वीकेंड पर एक बयान जारी कर कहा कि ट्यूलिप पर लगाए गए भ्रष्टाचार के आरोप “पूरी तरह बेबुनियाद” हैं और उनके वकील इस मामले को पहले ही देख चुके हैं। प्रवक्ता ने कहा, “बीते कुछ महीनों में एसीसी ने मीडिया के जरिए मिस सिद्दीकी पर कई आरोप लगाए हैं। ये सभी आरोप झूठे हैं और ट्यूलिप के वकीलों ने इनका लिखित जवाब पहले ही दे दिया है।” “एसीसी ने ना तो ट्यूलिप से संपर्क किया है और ना ही उनके वकीलों से सीधे कोई बात की है। ट्यूलिप को ढाका में किसी भी सुनवाई या उनके खिलाफ किसी भी गिरफ्तारी वारंट की कोई जानकारी नहीं है।” इन आरोपों पर खास तौर से प्रतिक्रिया देते हुए प्रवक्ता ने साफ कहा कि लंदन में रहने वाली ट्यूलिप के खिलाफ कोई भी केस दर्ज करने की कोई ठोस वजह नहीं है और यह कहना कि उन्होंने ढाका में किसी प्लॉट को गैरकानूनी तरीके से हासिल किया, “पूरी तरह झूठ” है।
प्रवक्ता ने आगे कहा, “ट्यूलिप ने ना तो कभी बांग्लादेश में कोई प्लॉट लिया है, और ना ही कभी अपने किसी परिवार वाले या किसी और के लिए प्लॉट दिलवाने में कोई दखल दिया है। एसीसी की तरफ से आज तक कोई भी सबूत नहीं दिया गया है जो इन या अन्य आरोपों को साबित कर सके। हमें साफ लग रहा है कि ये सब राजनीतिक मकसद से किया जा रहा है।” 42 साल की ट्यूलिप, जो लंदन के हैम्पस्टेड और हाईगेट से सांसद हैं, बांग्लादेश से उठ रहे इन आरोपों से खुद को दूर करने की कोशिश कर रही हैं। उन्होंने अपने इस्तीफे में भी लिखा था कि उनके पारिवारिक संबंध “सार्वजनिक जानकारी” का हिस्सा हैं। जनवरी में 10 डाउनिंग स्ट्रीट की ओर से जारी उनके इस्तीफे के पत्र में उन्होंने यह भी बताया था कि प्रधानमंत्री के सलाहकार ने यह साफ किया था कि उन्होंने किसी भी मंत्री आचार संहिता का उल्लंघन नहीं किया और उन्होंने “कोई गलत काम नहीं किया।” इसके जवाब में प्रधानमंत्री स्टारमर ने उनके काम की तारीफ करते हुए कहा था कि ट्यूलिप ने बैंकिंग हब्स की शुरुआत में अहम भूमिका निभाई है और सरकार में वित्तीय समावेश (फाइनेंशियल इनक्लूजन) पर जो काम हुआ, उसमें भी उनका अहम योगदान रहा है। चूंकि यूके और बांग्लादेश के बीच कोई औपचारिक प्रत्यर्पण समझौता नहीं है, इसलिए बांग्लादेश में जारी गिरफ्तारी वारंट को लेकर अब आगे क्या कदम उठाए जाएंगे, यह अभी साफ नहीं है।