आतंकवाद से निपटने का हमें पूरा हक है: क्वाड बैठक में बोले एस जयशंकर

भारत की सुरक्षा: क्वाड से मिलेगा सहयोग?-भारत ने साफ कर दिया है कि अपनी सुरक्षा के लिए वो किसी भी हद तक जा सकता है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने क्वाड देशों से इस मामले में सहयोग की उम्मीद जताई है।
आतंकवाद से कोई समझौता नहीं-जयशंकर ने कहा कि आतंकवाद और उससे जुड़े लोगों को कभी बराबर नहीं समझा जा सकता। भारत को अपने नागरिकों की सुरक्षा के लिए हर कदम उठाने का पूरा अधिकार है। यह भारत का संवैधानिक अधिकार है और इसे कोई चुनौती नहीं दे सकता।
क्वाड से सहयोग की उम्मीद-भारत को उम्मीद है कि क्वाड देश (अमेरिका, ऑस्ट्रेलिया और जापान) आतंकवाद पर उसके रुख को समझेंगे और उसका समर्थन करेंगे। यह सहयोग क्षेत्रीय स्थिरता के लिए अहम है।
इंडो-पैसिफिक देशों को मिले आज़ादी-जयशंकर का मानना है कि इंडो-पैसिफिक क्षेत्र के देशों को अपनी सुरक्षा और विकास के फैसले खुद लेने चाहिए। दबाव में लिए गए फैसले नुकसानदेह हो सकते हैं। यह स्वतंत्रता क्षेत्र की स्थिरता के लिए महत्वपूर्ण है।
क्वाड का ज़मीनी असर-पिछले कुछ महीनों में क्वाड ने समुद्री सुरक्षा, लॉजिस्टिक्स, शिक्षा और राजनीतिक समन्वय में कई काम किए हैं। इनका असर अब दिखने लगा है। यह सहयोगी प्रयासों का एक ठोस उदाहरण है।
क्वाड: और मज़बूत और प्रभावशाली-क्वाड पहले से ज़्यादा एकजुट, सक्रिय और प्रभावशाली हुआ है। इससे इसका कामकाज बेहतर हुआ है और यह ज़्यादा व्यावहारिक नतीजे दे रहा है। यह एक बेहतरीन समन्वय का उदाहरण है।
भारत करेगा अगली क्वाड समिट की मेज़बानी-भारत अगली क्वाड शिखर बैठक की मेज़बानी करेगा। इसमें कुछ खास प्रस्ताव भी पेश किए जाएँगे, जिससे समूह की साझा प्राथमिकताओं को बल मिलेगा। यह एक महत्वपूर्ण कदम है।



