उज्जैन में बनेगा भव्य ‘सिंहस्थ नगर’, शिप्रा किनारे होगा 2344 हेक्टेयर का विकास

उज्जैन में बनने जा रहा ‘सिंहस्थ नगर’, धार्मिक और आध्यात्मिक विकास को मिलेगा नया रूप
उज्जैन: धर्म और आस्था की नगरी उज्जैन में शिप्रा नदी के किनारे ‘सिंहस्थ नगर’ विकसित किया जाएगा। 2344.10 हेक्टेयर भूमि पर बनने वाले इस नगर में आश्रम, अस्पताल, स्कूल-कॉलेज, गुरुकुल, धर्मशाला और दर्शनीय स्थल शामिल होंगे। हर प्लॉट कम से कम एक हेक्टेयर का होगा, जिससे बड़े स्तर पर सुविधाएं विकसित की जा सकें।
सिंहस्थ नगर में क्या-क्या होगा खास?
- 18 मीटर चौड़ी सड़कें बनाई जाएंगी ताकि आवागमन सुगम रहे।
- 12.5 मीटर ऊंचे भवनों के निर्माण की अनुमति होगी।
- प्रत्येक प्लॉट धारक को कम से कम 10 मीटर का खुला क्षेत्र छोड़ना होगा।
- हर हेक्टेयर में 75 पौधे लगाना अनिवार्य होगा, जिससे पर्यावरण संतुलन बना रहे।
मुख्यमंत्री ने ‘अलौकिक सिंहस्थ’ पुस्तक की लॉन्चिंग की
महाशिवरात्रि के अवसर पर मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने भगवान महाकाल को ‘अलौकिक सिंहस्थ’ पुस्तक समर्पित की। यह पुस्तक विक्रमोत्सव के शुभारंभ समारोह में लॉन्च की गई, जिसमें सिंहस्थ नगर विकास से जुड़ी विस्तृत जानकारी दी गई है।
15 करोड़ श्रद्धालुओं के आने का अनुमान
सिंहस्थ 2028 को लेकर सरकार ने बड़ा खाका तैयार किया है। अनुमान है कि करीब 15 करोड़ श्रद्धालु इस भव्य आयोजन में शामिल होंगे। पुस्तक में उज्जैन में हो रहे और भविष्य में प्रस्तावित विकास कार्यों का भी उल्लेख है, जो सिंहस्थ के दौरान आने वाले श्रद्धालुओं के लिए सहूलियत भरे होंगे।
ग्लोबल स्पिरिचुअल सिटी के रूप में होगा विकास
सिंहस्थ 2028 के लिए 3061 हेक्टेयर भूमि आरक्षित की गई है, जिसमें से 2344.10 हेक्टेयर भूमि पर ‘ग्लोबल स्पिरिचुअल सिटी’ के रूप में सिंहस्थ नगर का निर्माण होगा।
- सड़क, पानी, बिजली, सीवरेज और उद्यान जैसे कार्य स्थायी रूप से किए जाएंगे।
- 1172 हेक्टेयर जमीन विकसित कर प्लॉट आवंटित किए जाएंगे।
- 468.08 हेक्टेयर जमीन पर सड़कें बनाई जाएंगी।
- 117.20 हेक्टेयर क्षेत्र को खुला रखा जाएगा।
- सिंहस्थ नगर का संपूर्ण विकास कार्य उज्जैन विकास प्राधिकरण द्वारा किया जाएगा।
शिप्रा नदी के संरक्षण के लिए विशेष योजनाएं
शिप्रा नदी को साफ और अविरल बनाए रखने के लिए कई बड़े प्रोजेक्ट लाए जा रहे हैं:
- 919 करोड़ रुपये की कान्ह डायवर्शन क्लोज डक्ट परियोजना।
- 468 करोड़ रुपये की सेवरखेड़ी-सिलारखेड़ी बांध परियोजना।
- **37 करोड़ रुपये