“व्यापार विवाद: ट्रंप ने भारत को बताया ऊंचे टैरिफ वाला देश”

ट्रंप का बयान: “भारत बहुत ज्यादा टैक्स लगाने वाला देश”
अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने कहा है कि भारत उन देशों में से एक है जो अमेरिकी सामान पर बहुत ज्यादा टैक्स लगाता है। उन्होंने दोहराया कि 2 अप्रैल से अमेरिका भी उन देशों पर बराबरी का टैक्स लगाएगा, जो अमेरिकी उत्पादों पर शुल्क लगाते हैं। ट्रंप ने कहा, “भारत बहुत ज्यादा टैक्स लगाने वाला देश है। लेकिन असली हाई-टैरिफ वाला देश कनाडा है। कनाडा हमारे डेयरी प्रोडक्ट्स पर 250% तक टैक्स लगाता है। लकड़ी और कई दूसरे सामानों पर भी भारी टैक्स वसूलता है, जबकि हमें उसकी लकड़ी की जरूरत नहीं है। हमारे पास खुद बहुत लकड़ी है।” ट्रंप ने कहा कि अभी ये टैक्स अस्थायी और छोटे पैमाने पर हैं, लेकिन 2 अप्रैल से जो टैरिफ लागू होंगे, वे स्थायी और बराबरी के होंगे। उन्होंने इसे अमेरिका के लिए ‘बड़ा बदलाव’ बताया। उन्होंने आगे कहा, “दुनिया भर के देशों ने हमें लूटा है। वे हम पर 150-200% टैक्स लगाते हैं और हम कुछ नहीं लेते। लेकिन अब जो वे हम पर टैक्स लगाएंगे, हम भी उन पर उतना ही चार्ज करेंगे। इस बार उन्हें इससे बचने का कोई रास्ता नहीं मिलेगा। मैं इस दिन का बहुत समय से इंतजार कर रहा था और यह बड़ा कदम होगा।”
भारत पर लगातार निशाना
यह दूसरी बार है जब ट्रंप ने भारत के ऊंचे टैरिफ पर नाराजगी जताई है। इससे पहले, अमेरिकी कांग्रेस के संयुक्त सत्र को संबोधित करते हुए उन्होंने भारत और दूसरे देशों पर ज्यादा टैक्स लगाने का आरोप लगाया था। उन्होंने कहा था, “अगर आप अमेरिका में अपना प्रोडक्ट नहीं बनाते हैं, तो आपको अब भारी टैक्स देना होगा। दूसरे देश दशकों से हम पर टैक्स लगा रहे हैं और अब हमारी बारी है। यूरोपीय संघ, चीन, ब्राजील, भारत, मैक्सिको और कनाडा – ये सभी देश हम पर भारी टैक्स लगाते हैं, जो सही नहीं है। भारत हमारे ऑटोमोबाइल पर 100% से ज्यादा टैक्स लगाता है।”
“भारत टैरिफ किंग है”
पहले भी ट्रंप भारत को ‘टैरिफ किंग’ और ‘बड़ा शोषक’ कह चुके हैं। पिछले महीने व्हाइट हाउस में प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के साथ प्रेस कॉन्फ्रेंस के दौरान उन्होंने कहा था, “भारत बहुत ऊंचे टैरिफ लगाता है। मैं इसके लिए उन्हें दोष नहीं देता, लेकिन यह बिजनेस करने का एक अलग तरीका है। भारत में अमेरिकी सामान बेचना बहुत मुश्किल है क्योंकि वहां कई तरह की व्यापारिक रुकावटें और ऊंचे टैरिफ हैं।” ट्रंप ने यह भी कहा कि अमेरिका का भारत के साथ व्यापार घाटा लगभग 100 अरब डॉलर का है। उन्होंने कहा कि उन्होंने और पीएम मोदी ने इस असंतुलन को दूर करने के लिए बातचीत शुरू करने का फैसला किया है, ताकि आने वाले समय में एक बेहतर व्यापार समझौता हो सके।
भारत-अमेरिका व्यापार संबंध
अमेरिकी वाणिज्य मंत्री पीयूष गोयल इन दिनों वॉशिंगटन में व्यापार वार्ता के लिए अमेरिकी समकक्ष हॉवर्ड लुटनिक से मुलाकात कर रहे हैं। अमेरिकी अनुमान के मुताबिक, 2024 में भारत और अमेरिका के बीच कुल वस्तु व्यापार लगभग 129.2 अरब डॉलर का था। 2024 में अमेरिका ने भारत को 41.8 अरब डॉलर का सामान निर्यात किया, जो 2023 की तुलना में 3.4% (1.4 अरब डॉलर) ज्यादा था। वहीं, भारत से अमेरिका का आयात 87.4 अरब डॉलर था, जो 2023 के मुकाबले 4.5% (3.7 अरब डॉलर) बढ़ा। 2024 में अमेरिका का भारत के साथ व्यापार घाटा 45.7 अरब डॉलर रहा, जो 2023 के मुकाबले 5.4% (2.4 अरब डॉलर) ज्यादा था।