मध्य प्रदेश में उपचुनाव का शेड्यूल जारी: जानिए कब और कहां होगा मतदान

उपचुनाव की तारीखें और पदों की संख्या- मध्य प्रदेश निर्वाचन आयोग ने नगरीय निकाय और पंचायतों के उपचुनाव का पूरा शेड्यूल घोषित कर दिया है। इस बार 2 अध्यक्ष, 8 पार्षद, 4 जिला पंचायत सदस्य, 14 जनपद पंचायत सदस्य और 67 सरपंच पदों पर चुनाव होंगे। नगरीय निकायों में मतदान 29 दिसंबर को होगा, जबकि मतगणना 31 दिसंबर को की जाएगी। पंचायत चुनाव भी इसी दिन होंगे, लेकिन उनकी मतगणना अलग-अलग तारीखों पर होगी। यह चुनाव प्रदेश के कई हिस्सों में लोकतंत्र की प्रक्रिया को मजबूत करेंगे।
नामांकन से लेकर मतदान तक की पूरी प्रक्रिया- उपचुनाव की प्रक्रिया 8 दिसंबर से शुरू हो चुकी है। उम्मीदवार 15 दिसंबर तक नामांकन पत्र जमा कर सकते हैं। 16 दिसंबर को दस्तावेजों की जांच होगी और 18 दिसंबर तक नाम वापस लेने की अंतिम तारीख है। इसी दिन चुनाव चिह्न भी आवंटित किए जाएंगे। नगरीय निकायों में मतदान सुबह 7 बजे से शाम 5 बजे तक होगा। मतगणना 31 दिसंबर को सुबह 9 बजे से शुरू होगी। यह प्रक्रिया पारदर्शिता और सुचारू चुनाव सुनिश्चित करेगी।
पंचायत चुनाव में मतदान और मतगणना का तरीका- पंचायत चुनाव में 29 दिसंबर को सुबह 7 बजे से दोपहर 3 बजे तक वोटिंग होगी। पंच पद के लिए मतगणना मतदान खत्म होते ही की जाएगी। सरपंच, जनपद पंचायत और जिला पंचायत सदस्यों के लिए मतगणना 2 जनवरी से शुरू होगी। सरपंच और जनपद पंचायत के नतीजे उसी दिन घोषित होंगे, जबकि जिला पंचायत और पंच पद के अंतिम परिणाम 5 जनवरी 2026 को आएंगे। यह व्यवस्था चुनाव प्रक्रिया को व्यवस्थित और समयबद्ध बनाएगी।
अध्यक्ष और पार्षद पदों के लिए कहां होगा चुनाव?- अध्यक्ष पद के लिए उपचुनाव सीधी जिले के नगर परिषद मझौली और रीवा जिले के सेमरिया में होंगे। पार्षद पद के लिए 8 नगरीय क्षेत्रों में मतदान होगा, जिनमें सिंगरौली नगर निगम का वार्ड 34, मंडला का वार्ड 8, लहार का वार्ड 5, मौ नगर परिषद का वार्ड 4, मेहगांव का वार्ड 5, आलमपुर का वार्ड 13, सतवास का वार्ड 9 और पानसेमल का वार्ड 2 शामिल हैं। इन जगहों पर रिक्त पदों को भरने के लिए वोटिंग कराई जाएगी।
पंचायत स्तर पर बड़ी संख्या में पदों पर चुनाव- पंचायत उपचुनाव में जिला पंचायत के 4, जनपद पंचायत के 14, सरपंच के 67 और 3872 पंच पदों के लिए चुनाव होंगे। राज्य निर्वाचन आयोग ने सभी जिलों को चुनाव की तैयारियां समय पर पूरी करने के निर्देश दिए हैं। साथ ही मतदान केंद्रों पर जरूरी सुविधाएं उपलब्ध कराने, नामांकन पत्र छुट्टियों में भी स्वीकार करने और संवेदनशील बूथों पर सुरक्षा बढ़ाने के आदेश जारी किए हैं ताकि चुनाव शांतिपूर्ण और निष्पक्ष तरीके से संपन्न हो सकें।



