विकसित मध्यप्रदेश का संकल्प: विधानसभा में मुख्यमंत्री मोहन यादव का दूरदर्शी रोडमैप

मध्यप्रदेश का नया संकल्प: विकसित, आत्मनिर्भर और समृद्ध प्रदेश की ओर- मध्यप्रदेश के मुख्यमंत्री डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा सत्र में प्रदेश को विकसित, आत्मनिर्भर और समृद्ध बनाने का बड़ा संकल्प रखा है। उन्होंने बताया कि पिछले दो वर्षों में लिए गए कई फैसले भविष्य में मील का पत्थर साबित होंगे। कभी बीमारू कहे जाने वाले प्रदेश को अब विकास की मजबूत राह पर आगे बढ़ाया जा रहा है। सरकार की नीतियां स्पष्ट और प्रभावी हैं, जो प्रदेश के उज्जवल भविष्य की नींव रख रही हैं।
सुरक्षा और विकास पर खास ध्यान- मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में नक्सलवाद को काफी हद तक कमजोर किया गया है। अवैध हथियार फैक्ट्रियों को ध्वस्त कर सुरक्षा व्यवस्था को मजबूत बनाया गया है। साथ ही भोपाल, जबलपुर और ग्वालियर में मेट्रोपोलिटन शहर विकसित करने का फैसला लिया गया है। इससे रोजगार के अवसर बढ़ेंगे, निवेश को बढ़ावा मिलेगा और बुनियादी सुविधाओं में सुधार होगा। ये कदम प्रदेश को आधुनिक और समृद्ध बनाने की दिशा में अहम साबित होंगे।
लोकतंत्र के प्रति गहरी प्रतिबद्धता- डॉ. मोहन यादव ने विधानसभा को सिर्फ सत्ता का मंच नहीं, बल्कि जनता के विश्वास का प्रतीक बताया। उन्होंने कहा कि यह सत्र लोकतंत्र के प्रति उनकी गहरी प्रतिबद्धता को दर्शाता है। यह विशेष सत्र प्रदेश और देश के लोकतांत्रिक ढांचे के लिए गर्व का विषय है। बाबा महाकाल की कृपा से यह सत्र लोककल्याणकारी राज्य के निर्माण की दिशा में महत्वपूर्ण कदम होगा।
सांस्कृतिक गौरव और पूर्व नेताओं की विरासत- मुख्यमंत्री ने प्रदेश के सांस्कृतिक गौरव को बढ़ाने की बात कही। उन्होंने पूर्व मुख्यमंत्री और शिक्षा मंत्री अर्जुन सिंह के योगदान को याद किया, जिनके प्रयासों से नवोदय विद्यालयों की शुरुआत हुई। यह शिक्षा क्षेत्र में बड़ा बदलाव लेकर आया। डॉ. मोहन यादव ने कहा कि सरकार पूर्व नेताओं की विरासत से सीख लेकर प्रदेश के भविष्य को मजबूत बनाने में जुटी है, ताकि मध्यप्रदेश हर क्षेत्र में आगे बढ़ सके।
मध्यप्रदेश अब विकास, सुरक्षा और सांस्कृतिक समृद्धि के नए युग में कदम बढ़ा रहा है। मुख्यमंत्री के संकल्प और योजनाएं प्रदेश को आत्मनिर्भर और खुशहाल बनाने की दिशा में एक मजबूत आधार तैयार कर रही हैं।



