जर्मनी यात्रा पर सियासी तूफान: बीजेपी का आरोप, राहुल गांधी पर ‘भारत विरोधी ताकतों’ से मिलने का सवाल

राहुल गांधी की जर्मनी यात्रा पर बीजेपी का हमला: क्या है पूरा मामला?-हाल ही में राहुल गांधी की जर्मनी यात्रा को लेकर भारतीय जनता पार्टी ने कांग्रेस पर कड़ा हमला बोला है। बीजेपी का आरोप है कि लोकसभा में नेता प्रतिपक्ष रहते हुए राहुल गांधी ने विदेश में उन लोगों से मुलाकात की, जिन्हें पार्टी “भारत विरोधी ताकतें” मानती है। इस मुद्दे ने राजनीतिक बयानबाज़ी का रूप ले लिया है और अब यह राष्ट्रीय बहस का विषय बनता जा रहा है।
बीजेपी का आरोप: जर्मनी में भारत विरोधी लोगों से मुलाकात-बीजेपी के राष्ट्रीय प्रवक्ता गौरव भाटिया ने प्रेस कॉन्फ्रेंस में दावा किया कि राहुल गांधी ने जर्मनी दौरे के दौरान ऐसे लोगों से मुलाकात की, जो भारत के खिलाफ सोच रखते हैं। उन्होंने एक तस्वीर भी दिखाई जिसमें राहुल गांधी बर्लिन की हर्टी स्कूल की प्रेसिडेंट और प्रोफेसर कॉर्नेलिया वोल से मिलते दिख रहे हैं। बीजेपी का कहना है कि यह तस्वीर इस बात का सबूत है कि राहुल गांधी विदेश में भारत विरोधी ताकतों के संपर्क में हैं और इससे देश के हितों को नुकसान पहुंच रहा है।
जॉर्ज सोरोस से जुड़े आरोप-भाटिया ने बताया कि कॉर्नेलिया वोल सेंट्रल यूरोपियन यूनिवर्सिटी की ट्रस्टी हैं, जिसे अमेरिकी अरबपति जॉर्ज सोरोस की ओपन सोसाइटी फाउंडेशन से फंडिंग मिलती है। बीजेपी पहले भी सोरोस पर भारत विरोधी माहौल बनाने और देश में अस्थिरता फैलाने के आरोप लगाती रही है। भाटिया ने कहा कि सोरोस ऐसे संगठनों को पैसा देते हैं जो भारत की संप्रभुता पर सवाल उठाते हैं। राहुल गांधी पर भी परोक्ष रूप से इसी एजेंडे का हिस्सा होने का आरोप लगाया गया है।
राहुल गांधी और कांग्रेस की चुप्पी-इस पूरे मामले पर न राहुल गांधी ने न ही कांग्रेस ने कोई प्रतिक्रिया दी है। बीजेपी ने इसे भी सवालों के घेरे में लिया और कहा कि अगर आरोप गलत हैं तो कांग्रेस को सामने आकर सफाई देनी चाहिए। इससे पहले भी बीजेपी ने कांग्रेस के वरिष्ठ नेताओं पर सोरोस से जुड़े संगठनों के संपर्क में होने के आरोप लगाए हैं, जिन्हें कांग्रेस राजनीति से प्रेरित बताती रही है।
विदेश यात्राओं पर सवाल-बीजेपी प्रवक्ता ने यह भी सवाल उठाया कि राहुल गांधी संसद सत्र के दौरान या उसके आसपास बार-बार विदेश क्यों जाते हैं। भाटिया ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी विदेश जाकर भारत की आलोचना करते हैं और ऐसे लोगों से मिलते हैं जो देश की प्रगति से असहज हैं। बीजेपी का कहना है कि एक जिम्मेदार नेता का यह व्यवहार चिंता का विषय है।
‘भारत विरोधी एजेंडा’ और तीखी भाषा-गौरव भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी पहले भी विदेश दौरों के दौरान भारत की छवि कोनुकसान पहुंचा चुके हैं। उन्होंने राहुल गांधी को “मीर जाफर” तक कह डाला। बीजेपी का दावा है कि देश की जनता अब इस तरह की गतिविधियों को समझ रही है और इसका जवाब मांग रही है।
संविधान की शपथ और देशहित का सवाल-बीजेपी ने कहा कि राहुल गांधी ने भारत के संविधान की रक्षा की शपथ ली है, लेकिन फिर भी वे ऐसे विदेशी लोगों से मिलते हैं जो भारत के खिलाफ बयान देते हैं। भाटिया ने कहा कि राहुल गांधी भारतीय हैं और उनसे देश के हित में काम करने की उम्मीद की जाती है। बीजेपी का कहना है कि देश के भीतर ऐसी सोच पर सख्ती से लगाम लगाने की मांग जनता भी कर रही है।
इस तरह राहुल गांधी की जर्मनी यात्रा ने राजनीतिक बहस को नया रूप दे दिया है। बीजेपी के आरोपों और कांग्रेस की चुप्पी के बीच यह मामला आगे भी चर्चा में बना रहेगा।



