बीजापुर में अब तक की सबसे बड़ी मुठभेड़: 16 माओवादी ढेर, 3 जवान शहीद

बीजापुर में माओवादियों के खिलाफ बड़ी कार्रवाई: मारे गए माओवादी 16, सुरक्षाबलों को मिली बड़ी कामयाबी- बीजापुर के गंगालूर इलाके में बुधवार को हुई मुठभेड़ में सुरक्षाबलों ने जबरदस्त सफलता हासिल की है। शुरुआत में 12 माओवादियों के मारे जाने की खबर आई थी, लेकिन सर्च ऑपरेशन के दौरान 4 और शव बरामद हुए, जिससे कुल संख्या 16 हो गई। DIG कमलोचन कश्यप ने इस बात की आधिकारिक पुष्टि की है। सूत्रों के मुताबिक, मारे गए माओवादियों की संख्या और बढ़ सकती है, जांच अभी जारी है।
मुठभेड़ में तीन जवान शहीद, दो घायल अब सुरक्षित- इस मुठभेड़ में DRG के तीन बहादुर जवान शहीद हुए हैं, जिनमें प्रधान आरक्षक मोनू वडाड़ी, आरक्षक दुकारू गोंडे और जवान रमेश सोड़ी शामिल हैं। इसके अलावा दो जवान घायल हुए थे, लेकिन उनकी हालत अब स्थिर और खतरे से बाहर बताई जा रही है। मौके से कई हथियार जैसे SLR, INSAS और 303 राइफल बरामद किए गए हैं। सभी शवों को कब्जे में लेकर जांच की जा रही है।
इलाके में सर्च ऑपरेशन जारी, सुरक्षा बल सतर्क- मुठभेड़ के बाद सुरक्षा एजेंसियों ने इलाके में अतिरिक्त फोर्स तैनात कर दी है। जंगल और पहाड़ी इलाके में गहन तलाशी जारी है ताकि किसी भी संभावित खतरे को रोका जा सके। शुरुआती जांच में कई महत्वपूर्ण सुराग मिले हैं, जिनके आधार पर ऑपरेशन को आगे बढ़ाया जा रहा है। बीजापुर के घने जंगल में सर्चिंग चुनौतीपूर्ण है, लेकिन सुरक्षाबल पूरी सावधानी से काम कर रहे हैं।
अचानक हुई मुठभेड़, नक्सलियों ने फायरिंग से किया हमला- यह मुठभेड़ सुबह 9 बजे शुरू हुई जब DRG, STF, COBRA और CRPF की संयुक्त टीम बीजापुर-दंतेवाड़ा बॉर्डर के जंगल में सर्चिंग कर रही थी। इसी दौरान नक्सलियों ने अचानक फायरिंग कर दी। सुरक्षाबलों ने जवाबी कार्रवाई करते हुए पूरे मोर्चे को संभाला और लंबी गोलीबारी के बाद बड़ी सफलता हासिल की। यह ऑपरेशन कठिन परिस्थितियों में किया गया, जिसमें सुरक्षा बलों ने बहादुरी दिखाई।



