अधिकारियों ने बताया कि केंद्र शासित प्रदेश में हाल ही में हुए हमलों में शामिल आतंकवादियों का पता लगाने और उन्हें बेअसर करने के लिए जम्मू-कश्मीर के विभिन्न जिलों, खासकर डोडा और रियासी में गुरुवार को व्यापक तलाशी अभियान जारी रहा।
आतंकवादियों ने पिछले चार दिनों में रियासी, कठुआ और डोडा जिलों में चार जगहों पर हमला किया, जिसमें नौ तीर्थयात्री और एक सीआरपीएफ जवान की मौत हो गई और सात सुरक्षाकर्मी और कई अन्य घायल हो गए।
कठुआ में सुरक्षा बलों के साथ मुठभेड़ में दो संदिग्ध पाकिस्तानी आतंकवादी भी मारे गए और उनके पास से बड़ी मात्रा में हथियार और गोला-बारूद बरामद किया गया।
अधिकारियों के अनुसार, सेना, पुलिस और अर्धसैनिक बलों ने सुबह डोडा जिले के गंडोह, चट्टागल्ला और आसपास के इलाकों में कोटा टॉप में तलाशी अभियान फिर से शुरू किया, जहां मंगलवार और बुधवार को आतंकवादियों के साथ अलग-अलग मुठभेड़ों में दो पुलिसकर्मियों सहित सात सुरक्षाकर्मी घायल हो गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि अभी तक भागे हुए आतंकवादियों से कोई नया संपर्क नहीं हो पाया है।
पुलिस ने बुधवार को जिले में दो हमलों में शामिल चार आतंकवादियों के स्केच जारी किए और उनकी गिरफ्तारी में मददगार सूचना देने वाले को 20 लाख रुपये का इनाम देने की घोषणा की।
पुलिस ने पहले 20 लाख रुपये के नकद इनाम की घोषणा की थी और रियासी जिले में तीर्थयात्रियों को ले जा रही बस पर रविवार को हुए हमले में शामिल आतंकवादियों में से एक का स्केच जारी किया था जिसमें नौ लोग मारे गए थे और 41 घायल हो गए थे।
अधिकारियों ने बताया कि रियासी और आसपास के राजौरी जिले में तलाशी अभियान जारी है।
राजौरी के नौशेरा और पड़ोसी पुंछ में भी तलाशी अभियान जारी है। उन्होंने बताया कि संभावित आतंकी खतरे के बारे में खुफिया सूचनाओं के मद्देनजर कठुआ, सांबा और जम्मू जिलों में भी सुरक्षा बलों को अलर्ट पर रखा गया है।
कठुआ में मंगलवार शाम को शुरू हुई और 15 घंटे से अधिक समय तक चली भीषण मुठभेड़ में सुरक्षा बलों ने दो आतंकवादियों को मार गिराया। इस अभियान में सीआरपीएफ का एक जवान भी शहीद हो गया जबकि एक नागरिक घायल हो गया।
पुलिस ने बुधवार को एक एडवाइजरी जारी कर जम्मू क्षेत्र के निवासियों से संदिग्ध व्यक्तियों और वस्तुओं की आवाजाही के बारे में सतर्क रहने को कहा है।
यह एडवाइजरी राजौरी और जम्मू जिलों के कुछ हिस्सों में आतंकवादी खतरे की संभावना का संकेत देने वाली खुफिया सूचनाओं के आधार पर जारी की गई थी।