संजय कपूर की वसीयत पर बड़ा विवाद: करिश्मा कपूर के बच्चों ने दी हाई कोर्ट में चुनौती

30,000 करोड़ की संपत्ति पर घमासान: कियान और समायरा पहुंचे दिल्ली हाई कोर्ट!
पिता के निधन के बाद वसीयत पर बच्चों ने उठाए सवाल-फेमस बिजनेसमैन और सोना कॉमस्टार के चेयरमैन रहे संजय कपूर, जिनका हाल ही में निधन हुआ, उनके जाने के बाद उनकी करोड़ों की संपत्ति पर एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया है। इस विवाद की जड़ें उनकी वसीयत में छिपी हैं, जिसे लेकर संजय कपूर और करिश्मा कपूर के बच्चे, समायरा और कियान, अब दिल्ली हाई कोर्ट पहुँच गए हैं। बच्चों का सीधा आरोप है कि करीब 30,000 करोड़ रुपये की इस विशाल संपत्ति में उनका भी पूरा हक़ बनता है, लेकिन उनकी सौतेली माँ, प्रिया सचदेव, ने वसीयत के साथ छेड़छाड़ की है और असली दस्तावेज़ को छुपा दिया है। इस गंभीर आरोप के साथ, दोनों बच्चों ने हाई कोर्ट से गुहार लगाई है कि उन्हें कानूनी उत्तराधिकारी के तौर पर मान्यता दी जाए और उनके अधिकारों को सुरक्षित किया जाए। यह मामला अब कोर्ट में है और देखना होगा कि आगे क्या होता है।
सौतेली माँ पर वसीयत से छेड़छाड़ का गंभीर आरोप-समायरा और कियान का कहना है कि उनकी सौतेली माँ, प्रिया सचदेव, ने वसीयत के साथ खिलवाड़ किया है और इसे काफी समय तक सबसे छुपा कर रखा। बच्चों ने कोर्ट में यह भी बताया कि प्रिया ने अपने कुछ खास लोगों के साथ मिलकर लगभग सात हफ्तों तक वसीयत को किसी को दिखाया ही नहीं, और फिर बाद में परिवार की एक मीटिंग में उसे सामने रखा गया। उनका यह भी आरोप है कि यह वसीयत असली नहीं है और इसे कानूनी तौर पर सही नहीं माना जा सकता। सबसे चिंताजनक बात तो यह है कि बच्चों को आज तक उस वसीयत की ओरिजिनल कॉपी दिखाई ही नहीं गई है, और न ही उसकी कोई कॉपी उन्हें दी गई है। बच्चों का मानना है कि यह सब कुछ सिर्फ इसलिए किया जा रहा है ताकि प्रिया सचदेव पूरी संपत्ति पर अपना कब्ज़ा जमा सके।
प्रिया सचदेव की भूमिका पर उठते सवाल-यह बात जगजाहिर है कि संजय कपूर ने अपनी ज़िंदगी में तीन शादियां की थीं। उनकी तीसरी पत्नी प्रिया सचदेव हैं, जिनसे उनका एक बेटा भी है, जिसका नाम अजारियस है। फिलहाल, प्रिया और उनका बेटा राजौकरी के पास बने फैमिली फार्महाउस में रह रहे हैं। अब, समायरा और कियान ने प्रिया पर यह गंभीर आरोप लगाया है कि उन्होंने वसीयत को अपने फायदे के लिए बदलने की कोशिश की है। बच्चों का कहना है कि शुरुआत में तो प्रिया ने वसीयत के होने से ही साफ इनकार कर दिया था और कह रही थी कि सारी संपत्ति आर.के. फैमिली ट्रस्ट के नाम पर है। लेकिन अचानक बाद में एक नया कागज़ात सामने आ गया, जिसने इस पूरे मामले पर शक की सुई और बढ़ा दी है।
पिता का भरोसा और बच्चों की उम्मीदें-करिश्मा कपूर के बच्चों, समायरा और कियान, का कहना है कि उनके पिता संजय कपूर हमेशा उन्हें इस बात का भरोसा दिलाते थे कि उनकी आर्थिक सुरक्षा पूरी तरह से सुरक्षित है। वे अक्सर कहते थे कि उनके भविष्य के लिए सब कुछ ठीक है। बच्चों ने कोर्ट में यह भी बताया कि संजय कपूर ने बाकायदा उनके नाम से बिजनेस शुरू करवाए थे और उन्हें ट्रस्ट का लाभार्थी भी बनाया था। पिता अक्सर उनके साथ घूमने जाते थे, छुट्टियां बिताते थे और यहां तक कि बिजनेस की बातें भी उनसे करते थे। इन सब बातों से बच्चों को यह यकीन हो गया था कि उनका भविष्य पूरी तरह से सुरक्षित हाथों में है। लेकिन, पिता की अचानक मौत और उसके बाद वसीयत को लेकर जो विवाद खड़ा हुआ, उसने बच्चों का सारा भरोसा तोड़ दिया है।
अंतिम संस्कार के बाद बढ़ा पारिवारिक तनाव-संजय कपूर का दुखद निधन 12 जून 2025 को यूके में पोलो खेलते समय हुआ था। उनके निधन के बाद, अंतिम संस्कार की सारी ज़िम्मेदारी उनके बेटे कियान ने ही संभाली थी। 19 जून को दिल्ली के लोधी श्मशान घाट पर कियान ने अपने पिता का अंतिम संस्कार किया। इस घटना के बाद से परिवार में तनाव का माहौल और भी बढ़ गया है। बच्चों का आरोप है कि प्रिया सचदेव ने ट्रस्ट से जुड़े ज़रूरी कागज़ात और संपत्तियों तक उनकी पहुँच को बहुत सीमित कर दिया है। इतना ही नहीं, उन्हें बिना पूरी जानकारी दिए ही कॉर्पोरेट मीटिंग्स में बुलाया गया और कई कानूनी कागज़ातों पर साइन करने के लिए दबाव भी डाला गया। इन सब घटनाओं ने आखिरकार समायरा और कियान को मजबूर कर दिया कि वे इस मामले को लेकर कोर्ट का दरवाज़ा खटखटाएँ।



