Chhattisgarh

तेकलगुडा मुठभेड़ में शामिल 23 माओवादियों के खिलाफ एनआईए ने दायर की चार्जशीट, शीर्ष माओवादी कैडर की भूमिका का पर्दाफाश करने में एनआईए सफल

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जिले के तर्रेम थाना क्षेत्र के टेकलगुडा गांव के पास नक्सलियों द्वारा पुलिस/सुरक्षा बलों पर किए गए नक्सली हमले की जांच में शामिल बड़े नक्सली कैडर की भूमिका का पता लगाने में एनआईए को सफलता मिली है, जिनके खिलाफ आईपीसी की धारा-120 बीआर/डब्ल्यू 302 और आईपीसी की धारा-120 बीआर/डब्ल्यू 302 और 307, 396, 149, 121 और 121A, चार्जशीट u/s 25(1A) & 27, u/s 3, 4 & 6 of Indian Arms Act, 1959. NIA ने RC-02 /2021/23 माओवादियों के खिलाफ चार्जशीट फाइल की ईसी अधिनियम 1908 की धारा 16, 18, 18ए, 20, 38 तथा यूए(पी) अधिनियम 1967 के तहत जगदलपुर में विशेष न्यायालय एनआईए के समक्ष एनआईए/आरपीआर किया गया। हालांकि मामले में आगे की जांच जारी रहेगी।

अवापल्ली पुलिस स्टेशन, बीजापुर जिला और रासपल्ली नगर पुलिस स्टेशन और बीजापुर जिला, छत्तीसगढ़ में रहते थे। मदन्ना उर्फ जग्गू दादा, निवासी गोदीगुड़ा, गोलापल्ली थाना, सुकमा, छत्तीसगढ़। ताती कमलेश उर्फ गांधी, निवासी कोरसागुड़ा, तर्रेम, बीजापुर, छत्तीसगढ़, जगदीश कुहरामी उर्फ जगदीश कुदम, निवासी ग्राम पेद्दादब्बा, थाना कुकनार, सुकमा, छत्तीसगढ़ और ग्राम सुरपंगुड़ा, थाना जगरगुंडा, सुकमा और ग्राम थाना जगरगुंडा, सुकमा और छत्तीसगढ़ बसगढ़ुरग बीजापुर, छत्तीसगढ़, राहुल तेलम उर्फ राहुल रेयम, निवासी राउतपारा, ताड़केल, थाना मिरातुर, बीजापुर, छत्तीसगढ़, वेल्ला उर्फ वेल्ला मोदियाम, निवासी ग्राम डोडितुमनार, गंगालुर, बीजापुर, छत्तीसगढ़ और गांव छत्तीसगढ़, डीड्डाकोरमा बरसे सुक्का, निवासी होयीपारा, ग्राम पुवर्ती, थाना जगरगुंडा, जिला सुकमा, छत्तीसगढ़, रघु रेड्डी उर्फ विकास निवासी ग्राम कुटीगल, मद्दुर मंडल, जिला वारंगल, तेलंगाना, निर्मला उर्फ निर्मलक्का निवासी बुधराओपेटा, मंडलका जिला वारंगल, मंडलका

एनआईए द्वारा शुक्रवार को जारी एक प्रेस विज्ञप्ति के अनुसार, छत्तीसगढ़ के बीजापुर जिले के तर्रेम थाना अंतर्गत टेकलगुड़ा गांव के पास 350 से 400 हथियारबंद नक्सलियों ने 22 पुलिसकर्मियों सहित 350 से 400 हथियारबंद नक्सलियों पर हमला किया. जवान शहीद हो गए, 35 से ज्यादा अन्य घायल हो गए, इसके साथ ही नक्सली शहीद जवानों के हथियार लूटकर अपने साथ ले गए. इस मामले में बीजापुर जिले के तर्रेम थाने द्वारा और बाद में 5 जून 2022 को दोबारा एनआईए द्वारा प्राथमिकी संख्या 06/2021 दर्ज की गई थी. जांच में पता चला कि इस घटना में नक्सलियों ने आतंकी वारदात को अंजाम देने की साजिश रची थी. सशस्त्र नक्सलियों ने बैरल ग्रेनेड लांचर (बीजीएल) और स्वचालित हथियारों का उपयोग करते हुए सीआरपीएफ, कोबरा, डीआरजी और राज्य पुलिस के सुरक्षा बलों पर हमला किया। मुठभेड़ के बाद नक्सलियों ने कोबरा जवान को मार डाला, राकेश्वर सिंह ने मन्हास का अपहरण कर लिया और उसकी बंदूक लूट ली. जांच में यह भी पता चला कि पुलिस और सुरक्षाकर्मियों पर यह हमला नक्सलियों द्वारा टीसीओसी (टैक्टिकल काउंटर ऑफेंसिव कैंपेन) का हिस्सा था।

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