नवादा में राहुल गांधी की यात्रा के दौरान पुलिसकर्मी से हादसा, मचा राजनीतिक हंगामा

राहुल की यात्रा में ‘टकराव’! पुलिसवाले को लगी जीप की हल्की चोट, वीडियो में क्या दिखा?
नवादा में ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान हुई घटना-बिहार के नवादा में कांग्रेस नेता राहुल गांधी की ‘वोटर अधिकार यात्रा’ के दौरान एक छोटी सी घटना ने सबका ध्यान खींचा। हुआ यूँ कि यात्रा में लोगों का हुजूम इतना ज़्यादा था कि राहुल गांधी और उनके साथ चल रहे महागठबंधन के नेता, अपनी जीप में धीरे-धीरे आगे बढ़ रहे थे। इसी गहमागहमी में, एक पुलिस कांस्टेबल को गलती से जीप की हल्की सी टक्कर लग गई। गनीमत रही कि चोट ज़्यादा गंभीर नहीं थी और मौके पर मौजूद लोगों ने फौरन उस पुलिसकर्मी को संभाला। इस पूरी घटना का एक वीडियो भी सामने आया, जिसमें साफ दिख रहा है कि राहुल गांधी जीप के ऊपर खड़े होकर उस पुलिसकर्मी से बात कर रहे हैं और उसे पानी की बोतल भी दे रहे हैं।
पीटीआई की खबर और वीडियो में ज़ाहिर सच्चाई का फर्क-इस घटना के बाद, समाचार एजेंसी पीटीआई ने एक रिपोर्ट जारी की जिसमें कहा गया कि राहुल गांधी ने उस पुलिसकर्मी को अपनी जीप में बिठाया और उसके हालचाल पूछे। लेकिन, जब इस घटना का एक लंबा वीडियो सामने आया, तो उसमें यह साफ तौर पर देखा गया कि राहुल गांधी ने जीप से उतरकर नहीं, बल्कि जीप के ऊपर से ही उस कांस्टेबल से बात की और उसे पानी की बोतल दी। पुलिसकर्मी को कोई गंभीर चोट नहीं आई थी और वह तुरंत ही उठ खड़ा हुआ था। इस बीच, सोशल मीडिया पर दोनों ही तरह की खबरें तेज़ी से वायरल होने लगीं, जिससे लोगों के बीच थोड़ी भ्रम की स्थिति पैदा हो गई कि आखिर असल में हुआ क्या था।
बीजेपी का तीखा हमला: ‘जनता को कुचलने वाली यात्रा’-इस घटना पर तुरंत प्रतिक्रिया देते हुए, भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने राहुल गांधी पर ज़ोरदार हमला बोला। बीजेपी प्रवक्ता शहजाद पूनावाला ने अपने एक्स (पहले ट्विटर) हैंडल पर लिखा, “यह ‘वोटर अधिकार यात्रा’ नहीं, बल्कि ‘जनता को कुचलने वाली यात्रा’ है। राहुल गांधी की गाड़ी ने एक पुलिस कांस्टेबल को टक्कर मारी और वह बुरी तरह घायल हो गया, लेकिन राहुल गांधी ने नीचे उतरकर उसे देखना तक गवारा नहीं समझा।” बीजेपी की इस तीखी टिप्पणी ने राजनीतिक माहौल को और भी गरमा दिया। वहीं, कांग्रेस की तरफ से इस आरोप पर अभी तक कोई आधिकारिक जवाब नहीं आया है।
यात्रा का असली मकसद और आगे का रास्ता-राहुल गांधी की यह ‘वोटर अधिकार यात्रा’ असल में बिहार के लोगों को उनके मतदान के अधिकार और लोकतंत्र में उनकी भूमिका के बारे में जागरूक करने के उद्देश्य से निकाली जा रही है। मंगलवार को यह यात्रा गया के वजीरगंज से शुरू होकर नवादा की ओर बढ़ी। यह यात्रा 1 सितंबर को पटना में एक बड़ी जनसभा के साथ संपन्न होगी। इस यात्रा में लोग पैदल भी चल रहे हैं और गाड़ियों का भी इस्तेमाल हो रहा है, ठीक उसी तरह जैसे राहुल गांधी की पिछली ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ मणिपुर से मुंबई तक चली थी। कांग्रेस का मानना है कि इस यात्रा के माध्यम से वे सीधे जनता से जुड़ेंगे और उन्हें वोट की ताकत समझाएंगे।
बिहार के कई जिलों में गूंजेगी यात्रा की आवाज़-यह यात्रा सिर्फ नवादा तक ही सीमित नहीं रहने वाली, बल्कि बिहार के कई अन्य जिलों से भी गुजरेगी। योजना के अनुसार, यह यात्रा नालंदा, शेखपुरा, लखीसराय, मुंगेर, भागलपुर, कटिहार, पूर्णिया, अररिया, सुपौल, मधुबनी, दरभंगा, सीतामढ़ी, पूर्वी चंपारण, पश्चिमी चंपारण, गोपालगंज, सिवान, छपरा और अंत में आरा तक जाएगी। हर जिले में राहुल गांधी की जनसभाएं और लोगों से सीधा संवाद करने के कार्यक्रम तय किए गए हैं। कांग्रेस का पूरा भरोसा है कि इस यात्रा से जनता और पार्टी के बीच एक मजबूत रिश्ता बनेगा और बिहार की राजनीति में एक नई ऊर्जा का संचार होगा।



