International

बंधकों की वापसी के साथ कैदियों की रिहाई, हमास-इजरायल सौदे का अगला कदम

50 / 100

गाजा में संघर्ष विराम से पहले बंधकों के शव सौंपे गए, इजरायल ने फिलिस्तीनी कैदियों को छोड़ा गुरुवार तड़के हमास ने रेड क्रॉस को चार मृत बंधकों के शव सौंपे, जिसके बदले में इजरायल ने सैकड़ों फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया। यह सौदा गाजा में चल रहे संघर्ष विराम के पहले चरण के खत्म होने से कुछ दिन पहले हुआ। इजरायली सुरक्षा अधिकारियों ने इसकी पुष्टि की कि शवों को रेड क्रॉस के जरिए सौंपा गया। इजरायल ने बताया कि मिस्र के मध्यस्थों की मदद से शवों को इजरायली सीमा पर लाया गया और उनकी पहचान की प्रक्रिया शुरू कर दी गई है। इसी दौरान, ओफ़र जेल से रिहा किए गए फिलिस्तीनी कैदियों का एक काफिला रेड क्रॉस के वाहनों में रवाना हुआ। बेइतूनिया में उनके परिवारजन, दोस्त और समर्थक बड़ी संख्या में इकट्ठा हुए और बस पर नजरें टिकाए हुए थे। कैदियों की रिहाई में देरी पर नाराजगी इजरायल ने शनिवार से 600 से ज्यादा फिलिस्तीनी कैदियों की रिहाई रोक रखी थी। उसका कहना था कि हमास ने बंधकों को सौंपने में अमानवीय बर्ताव किया। वहीं, हमास ने इस देरी को संघर्ष विराम के उल्लंघन के रूप में देखा और कहा कि जब तक कैदियों की रिहाई पूरी नहीं होगी, तब तक अगले चरण की बातचीत संभव नहीं है। इजरायली प्रधानमंत्री बेंजामिन नेतन्याहू के दफ्तर ने बुधवार को कहा था कि शवों को बिना किसी सार्वजनिक समारोह के सौंपा जाएगा, क्योंकि पहले के मामलों में हमास द्वारा इसे प्रचारित किया जाता रहा है। इजरायल, रेड क्रॉस और संयुक्त राष्ट्र ने ऐसे सार्वजनिक कार्यक्रमों को बंधकों के लिए अपमानजनक बताया है।

रिहा किए गए कैदियों में शामिल लोग इस बार रिहा किए गए कैदियों में वे लोग भी शामिल हैं, जिन्हें हमास के 7 अक्टूबर 2023 के हमले के बाद गाजा से पकड़ा गया था और बिना किसी आरोप के महीनों से हिरासत में रखा गया था। इनमें 445 पुरुष, 21 किशोर और एक महिला शामिल हैं। रिहा किए गए करीब 50 फिलिस्तीनी कैदियों को वेस्ट बैंक और पूर्वी यरुशलम भेजा गया, जबकि कुछ ऐसे कैदियों को, जो इजरायली नागरिकों पर घातक हमलों के दोषी थे, फिलिस्तीनी क्षेत्र से बाहर निर्वासित कर दिया गया। उन्हें अस्थायी रूप से मिस्र भेजा गया है, जब तक कि कोई और देश उन्हें शरण न दे। संघर्ष विराम का पहला चरण पूरा इस आदान-प्रदान के साथ संघर्ष विराम के पहले चरण की शर्तें पूरी हो गईं। इस दौरान हमास ने 33 बंधकों को छोड़ा, जिनमें आठ के शव शामिल थे, जबकि इजरायल ने लगभग 2,000 फिलिस्तीनी कैदियों को रिहा किया। बंधकों के परिवारों का दुख गाजा में बंधक बने एक इजरायली नागरिक के परिवार ने बताया कि उन्हें सूचना मिली है कि उनका प्रियजन अब जीवित नहीं है और उसका शव वापस लाया जा रहा है। आमतौर पर इजरायल की सेना ही इस तरह की सूचना देती है। इजरायली-फ्रेंच बंधक ओहाद यालोमी का शव भी इस समूह में शामिल था। फ्रांस के राष्ट्रपति इमैनुएल मैक्रों ने सोशल मीडिया पर लिखा, “इस दुख भरे समय में पूरा देश पीड़ित परिवारों के साथ खड़ा है।”

संघर्ष विराम पर खतरा संघर्ष विराम का पहला चरण इस सप्ताहांत खत्म हो रहा है। अमेरिका के मध्य पूर्व विशेष दूत स्टीव विटकॉफ ने कहा कि अब दूसरे चरण की बातचीत शुरू होनी चाहिए, जिसमें बाकी बंधकों को छोड़ा जाएगा और युद्ध को खत्म करने की शर्तें तय की जाएंगी।bयह संघर्ष विराम अमेरिका, मिस्र और कतर की मध्यस्थता से हुआ था, जिसने गाजा में 15 महीने से जारी युद्ध को रोका। इस संघर्ष की शुरुआत 2023 में हमास के दक्षिणी इजरायल पर हमले से हुई थी, जिसमें करीब 1,200 लोग मारे गए थे और 250 को बंधक बना लिया गया था। इजरायल के जवाबी हमले में अब तक 48,000 से अधिक फिलिस्तीनी मारे जा चुके हैं, जिनमें आधे से ज्यादा महिलाएं और बच्चे शामिल हैं। इस युद्ध के कारण गाजा की 90% आबादी विस्थापित हो चुकी है और वहां की बुनियादी सुविधाएं बर्बाद हो गई हैं। गाजा में ठंड से बच्चों की मौत गाजा में भीषण ठंड पड़ रही है, जहां लाखों लोग टेंट में रह रहे हैं। स्वास्थ्य अधिकारियों ने बुधवार को बताया कि एक और नवजात की ठंड के कारण मौत हो गई, जिससे बीते दो हफ्तों में इस तरह जान गंवाने वाले शिशुओं की संख्या सात हो गई है। गाजा स्वास्थ्य मंत्रालय के प्रमुख डॉ. मुनीर अल-बुर्श ने कहा कि यह बच्चा महज दो महीने का था और भीषण ठंड के कारण उसकी जान चली गई। रात में तापमान 10 डिग्री सेल्सियस से नीचे चला जाता है, जिससे हालात और खराब हो रहे हैं।

Show More

Related Articles

Leave a Reply

Your email address will not be published. Required fields are marked *

Back to top button