“मैंने भारत-पाक झगड़ा ट्रेड से सुलझाया”: अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति ट्रंप का बड़ा दावा

ट्रम्प का दावा: भारत-पाक शांति में मेरा योगदान-क्या पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प का दावा सही है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव कम करने में महत्वपूर्ण भूमिका निभाई? आइये जानते हैं इस विवादित दावे के पीछे की पूरी कहानी।
व्यापार के जरिये शांति?-ट्रम्प का कहना है कि उन्होंने व्यापार के जरिये भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव को कम किया। उनका मानना है कि अमेरिका द्वारा दोनों देशों के साथ बड़ी व्यापारिक डील की वजह से शांति स्थापित हुई। हालांकि, इस दावे के समर्थन में ठोस सबूतों की कमी है, और कई विशेषज्ञ इस पर सवाल उठाते हैं। क्या वाकई व्यापार ही तनाव कम करने का एकमात्र कारण था, या इसके पीछे और भी कुछ था?
आखिरी गोली चलाने वाला कौन?’-ट्रम्प ने बताया कि कैसे दोनों देशों के बीच तनाव लगातार बढ़ रहा था। उन्होंने दोनों देशों से बातचीत करके तनाव को कम करने का दावा किया। लेकिन क्या वाकई सिर्फ बातचीत से ही तनाव कम हो सकता है? क्या इसके लिए और भी कारकों की जरूरत नहीं होती?
ट्रम्प की भूमिका पर सवाल-ट्रम्प ने यह भी कहा कि अगर तनाव फिर से बढ़ता है तो लोग उनकी गलती बताएँगे। यह बात उनके दावे पर सवाल उठाती है। क्या वाकई उनके प्रयासों से ही शांति स्थापित हुई या फिर अन्य कारकों ने भी भूमिका निभाई?
मोदी की तारीफ और फोन कॉल-ट्रम्प ने प्रधानमंत्री मोदी की तारीफ करते हुए कहा कि उन्होंने दोनों देशों के नेताओं से बात की और सकारात्मक परिणाम मिले। लेकिन क्या सिर्फ फोन कॉल से ही इतना बड़ा तनाव कम किया जा सकता है? क्या इस मामले में और भी कुछ हुआ होगा?
ऑपरेशन सिंदूर और जवाबी कार्रवाई-भारत ने पाकिस्तान में आतंकवादी ठिकानों पर सर्जिकल स्ट्राइक की थी, जिसके बाद पाकिस्तान ने जवाबी कार्रवाई की। यह घटनाक्रम भारत-पाकिस्तान तनाव का एक महत्वपूर्ण पहलू है, और ट्रम्प के दावे को समझने के लिए इसे समझना जरूरी है।
युद्ध विराम और अमेरिका की मध्यस्थता-चार दिन के तनावपूर्ण ड्रोन और मिसाइल हमलों के बाद, भारत और पाकिस्तान के बीच युद्ध विराम हुआ। ट्रम्प ने दावा किया कि यह अमेरिका की मध्यस्थता का परिणाम था। लेकिन क्या यह दावा पूरी तरह से सच है? क्या अन्य कारकों ने भी इसमें योगदान दिया?



