पवन सिंह: हिट गानों से स्टार बने लेकिन विवादों ने हमेशा पीछा किया

पवन सिंह: विवादों के घेरे में फंसे भोजपुरी सुपरस्टार!-भोजपुरी सिनेमा के ‘शेर’ पवन सिंह, अपनी धांसू आवाज़ और हिट फिल्मों के लिए जितने जाने जाते हैं, उतने ही अक्सर विवादों में भी घिरे रहते हैं। कभी उनके गानों के बोल लोगों को सोचने पर मजबूर कर देते हैं, तो कभी उनके निजी रिश्ते मीडिया की सुर्खियां बन जाते हैं। हाल ही में उन पर धोखाधड़ी का एक नया मामला दर्ज हुआ है, जिसने फिर से हलचल मचा दी है। आइए, पवन सिंह के करियर और निजी जिंदगी से जुड़े कुछ बड़े विवादों पर विस्तार से बात करते हैं।
पहली पत्नी का दुखद अंत: इंडस्ट्री को लगा था गहरा सदमा-पवन सिंह की निजी जिंदगी का सबसे बड़ा और दर्दनाक मोड़ साल 2015 में आया, जब उनकी पहली पत्नी नीलम सिंह ने मुंबई में अपने घर पर खुद की जान ले ली। इस खबर ने न केवल उनके चाहने वालों को, बल्कि पूरी भोजपुरी फिल्म इंडस्ट्री को झकझोर कर रख दिया था। उस समय इस घटना को लेकर तरह-तरह की बातें और अटकलें लगाई गईं। लोगों के मन में यह सवाल उठने लगे थे कि आखिर पवन सिंह की निजी जिंदगी में ऐसा क्या चल रहा था। हालांकि, इस घटना की असल वजह कभी पूरी तरह से सामने नहीं आ पाई, लेकिन इस दुखद वाकये ने पवन सिंह की छवि पर एक गहरा असर डाला और उनकी निजी जिंदगी हमेशा ही चर्चाओं और विवादों का हिस्सा बनी रही, जिसने उन्हें अंदर तक हिला दिया था।
अक्षरा सिंह संग रिश्ता: प्यार से लेकर आरोपों तक का सफर-भोजपुरी सिनेमा की जानी-मानी अदाकारा अक्षरा सिंह और पवन सिंह का रिश्ता काफी समय तक लोगों के बीच चर्चा का विषय रहा। दोनों की ऑन-स्क्रीन केमिस्ट्री को दर्शक बहुत पसंद करते थे, लेकिन साल 2019 आते-आते यह रिश्ता कड़वाहट और विवादों में बदल गया। अक्षरा सिंह ने पवन सिंह के खिलाफ पुलिस में शिकायत दर्ज कराई थी, जिसमें उन्होंने पवन सिंह पर उन्हें धमकाने और उनकी निजी तस्वीरों व वीडियो को सार्वजनिक करने की कोशिश करने का गंभीर आरोप लगाया था। इस पूरे मामले ने मीडिया में खूब सुर्खियां बटोरीं और भोजपुरी इंडस्ट्री में एक बड़ी हलचल मचा दी। इस विवाद ने पवन सिंह की सार्वजनिक छवि पर एक और सवालिया निशान लगा दिया, जिससे उनकी मुश्किलें बढ़ गईं।
दूसरी शादी: फिर विवादों में घिरी पवन सिंह की जिंदगी-पहली पत्नी के निधन के बाद पवन सिंह ने ज्योति सिंह के साथ दूसरी शादी की। लेकिन अफसोस, यह रिश्ता भी विवादों से अछूता नहीं रहा। ज्योति सिंह ने पवन सिंह पर गंभीर आरोप लगाए, जिनमें घरेलू हिंसा और जबरन गर्भपात कराने जैसी बातें शामिल थीं। यह मामला कोर्ट-कचहरी तक पहुंच गया और दोनों ने तलाक के लिए अर्जी भी दे दी। इस विवाद ने एक बार फिर पवन सिंह की निजी जिंदगी को लोगों के बीच चर्चा का केंद्र बना दिया। लोग यह कहने लगे कि उनकी निजी जिंदगी में लगातार अस्थिरता बनी हुई है और शायद यही वजह है कि वे विवादों से बच नहीं पाते, जिससे उनकी छवि पर और भी सवाल उठने लगे।
गानों के बोल: अश्लीलता और दोहरे अर्थों पर उठे सवाल- पवन सिंह के कई गाने, जैसे ‘लॉलीपॉप लागेलू’ और ‘सानिया मिर्जा कट नथुनिया’, बेहद हिट साबित हुए और उन्हें रातों-रात स्टार बना दिया। लेकिन इन गानों ने उनके साथ-साथ विवादों को भी जन्म दिया। कई आलोचकों का मानना था कि उनके गानों में अक्सर दोहरे अर्थ वाले या अश्लील शब्दों का प्रयोग होता है, जिससे भोजपुरी संगीत की गरिमा पर सवाल उठते हैं। दूसरी ओर, उनके फैंस का यह मानना है कि पवन सिंह का यही बेबाक अंदाज़ उन्हें दूसरों से अलग और खास बनाता है। इस तरह के विवादों से यह साफ हो जाता है कि पवन सिंह की लोकप्रियता और उनके खिलाफ उठने वाली आवाजें हमेशा साथ-साथ चलती रही हैं, जो उनके करियर का एक अहम हिस्सा बन गई हैं।
खेसारी लाल यादव से तनातनी: भोजपुरी इंडस्ट्री में दो ध्रुव-भोजपुरी सिनेमा के दो बड़े नाम, पवन सिंह और खेसारी लाल यादव, के बीच की प्रतिद्वंद्विता किसी से छिपी नहीं है। दोनों के बीच सोशल मीडिया पर और कभी-कभी स्टेज शोज के दौरान जुबानी जंग काफी देखने को मिली है। इन दोनों की खींचतान ने फैंस को भी दो गुटों में बांट दिया था, एक तरफ पवन सिंह के समर्थक थे तो दूसरी तरफ खेसारी के। इस विवाद ने भोजपुरी इंडस्ट्री में एक तरह से दो गुट बना दिए थे और इन दोनों सितारों के बीच की यह लड़ाई हमेशा ही चर्चाओं में बनी रहती थी, जिसने इंडस्ट्री में एक अलग ही माहौल बना दिया था।
राजनीति में एंट्री: गाने बने वजह, टिकट भी कटा-पवन सिंह ने सिर्फ फिल्मों तक ही सीमित न रहकर राजनीति में भी कदम रखा। 2024 के लोकसभा चुनाव में भारतीय जनता पार्टी (बीजेपी) ने उन्हें पश्चिम बंगाल की आसनसोल सीट से उम्मीदवार बनाया था। लेकिन जैसे ही उनके कुछ पुराने गानों के बोल सार्वजनिक हुए, तो एक बड़ा विवाद खड़ा हो गया। उन पर आरोप लगा कि उन्होंने अपने गानों के जरिए बंगाली महिलाओं का अपमान किया है। इस विरोध का असर इतना ज़्यादा हुआ कि बीजेपी को अंततः उनका टिकट वापस लेना पड़ा। इस घटना ने यह साबित कर दिया कि पवन सिंह का विवादों से नाता सिर्फ फिल्मों तक ही सीमित नहीं है, बल्कि राजनीति में भी वे मुश्किलों में फंस गए।
‘मराठी नहीं बोलूंगा’ बयान: महाराष्ट्र में मचा बवाल-जुलाई 2025 में पवन सिंह का एक बयान महाराष्ट्र की राजनीति में भूचाल लेकर आया। उन्होंने एक कार्यक्रम के दौरान कहा था, “चाहे जान ले लो, मराठी नहीं बोलूंगा।” इस बयान पर महाराष्ट्र के राजनीतिक दलों और संगठनों ने कड़ी आपत्ति जताई और उनसे सार्वजनिक रूप से माफी मांगने की मांग की। पवन सिंह के इस बयान ने उन्हें एक बार फिर से विवादों के कटघरे में खड़ा कर दिया। इससे यह बात और भी पुख्ता हो गई कि उनके बोल और बयान, ठीक उनके गानों की तरह ही, हमेशा ही चर्चा का विषय बने रहते हैं और अक्सर विवादों को जन्म देते हैं।
फिल्म ‘बॉस’ में धोखाधड़ी का आरोप: मुश्किलें बढ़ीं-हाल ही में पवन सिंह पर एक और गंभीर आरोप लगा है, जिसने उनकी मुश्किलें और बढ़ा दी हैं। वाराणसी की एक अदालत ने उनके खिलाफ धोखाधड़ी का मामला दर्ज करने का आदेश दिया है। आरोप है कि 2018 में रिलीज हुई उनकी भोजपुरी फिल्म ‘बॉस’ के लिए, एक व्यापारी से निवेश के तौर पर 1.25 करोड़ रुपये लिए गए थे, लेकिन बाद में उन्हें मुनाफे का हिस्सा नहीं दिया गया। कोर्ट ने इस मामले को धोखाधड़ी मानते हुए पवन सिंह और उनके साथ तीन अन्य लोगों के खिलाफ मुकदमा चलाने का आदेश दिया है। यह नया कानूनी मामला पवन सिंह के लिए और भी मुसीबतें खड़ी कर सकता है।



