राष्ट्रपति भवन में रूस के राष्ट्रपति पुतिन का भव्य स्वागत: भारत-रूस रिश्तों में नई ऊर्जा

रूस के राष्ट्रपति व्लादिमीर पुतिन का भारत दौरा भव्य स्वागत के साथ शुरू हुआ। राष्ट्रपति भवन के प्रांगण में उन्हें पूरे सम्मान के साथ गार्ड ऑफ ऑनर दिया गया। यह दौरा दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को और मजबूत करने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम माना जा रहा है। इस मुलाकात से भारत-रूस के संबंधों में नई ऊर्जा आने की उम्मीद है।
मोदी ने एयरपोर्ट पर किया गर्मजोशी से स्वागत, निजी बातचीत में उठे अहम मुद्दे- प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने पुतिन का पालम एयरपोर्ट पर व्यक्तिगत रूप से स्वागत किया। पारंपरिक नृत्य प्रस्तुतियों के बीच दोनों नेताओं ने गले मिलकर दोस्ताना माहौल बनाया। एयरपोर्ट से सीधे प्रधानमंत्री के आवास पहुंचे, जहां निजी डिनर के दौरान कई महत्वपूर्ण मुद्दों पर अनौपचारिक बातचीत हुई। यह मुलाकात दोनों देशों के बीच गहरे और मजबूत रिश्तों को दर्शाती है।
रक्षा सहयोग और व्यापार को लेकर होगी खास चर्चा- शिखर बैठक में रक्षा क्षेत्र को मजबूत करने, द्विपक्षीय व्यापार को बाहरी दबावों से बचाने और छोटे मॉड्यूलर रिएक्टरों पर साझेदारी जैसे महत्वपूर्ण विषयों पर चर्चा होगी। भारत और रूस कई रक्षा परियोजनाओं पर मिलकर काम कर रहे हैं, और इस बैठक से इन परियोजनाओं को नई गति मिलने की उम्मीद है। साथ ही, दोनों देश व्यापार को अधिक स्थिर और स्वतंत्र बनाने के उपायों पर भी विचार करेंगे।
भारत-अमेरिका तनाव के बीच पुतिन की यात्रा पर वैश्विक नजर- पुतिन का यह दौरा ऐसे समय में हो रहा है जब भारत और अमेरिका के संबंध कुछ चुनौतियों का सामना कर रहे हैं। इस वजह से भारत-रूस की यह हाई-प्रोफाइल मुलाकात अंतरराष्ट्रीय स्तर पर खास ध्यान आकर्षित कर रही है। पश्चिमी देश भी इस बैठक पर नजर बनाए हुए हैं, क्योंकि इसका असर वैश्विक राजनीतिक समीकरणों पर पड़ सकता है। राष्ट्रपति पुतिन का भारत दौरा दोनों देशों के बीच रणनीतिक साझेदारी को मजबूत करने का महत्वपूर्ण अवसर है। इस दौरान रक्षा, व्यापार और ऊर्जा जैसे कई अहम मुद्दों पर बातचीत होगी। साथ ही, यह मुलाकात वैश्विक राजनीतिक परिदृश्य में भी खास महत्व रखती है, खासकर भारत-अमेरिका संबंधों के तनाव के बीच। यह दौरा भारत-रूस के रिश्तों में नई दिशा और मजबूती लेकर आएगा।



