रक्षा अभियानों की लाइव रिपोर्टिंग पर अखिलेश यादव का वार: सरकार से पूछा, ‘रणनीतिक लापरवाही’ तो नहीं?

केंद्र सरकार द्वारा मीडिया को रक्षा अभियानों की लाइव कवरेज से बचने की सलाह जारी करने के अगले ही दिन, समाजवादी पार्टी (सपा) के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने रविवार को सवाल उठाया कि “क्या लाइव कवरेज की इजाज़त देना कोई रणनीतिक चूक थी?” दरअसल, केंद्र सरकार ने शनिवार को मीडिया के लिए एक एडवाइजरी जारी की थी, जिसमें कहा गया था कि रक्षा अभियानों और सुरक्षा बलों की गतिविधियों का लाइव प्रसारण न किया जाए, क्योंकि इस तरह की जानकारी दुश्मन ताकतों को जानबूझकर या अनजाने में फायदा पहुंचा सकती है। सपा प्रमुख अखिलेश यादव ने रविवार को एक्स (X) पर पोस्ट करते हुए कहा, “क्या सुरक्षा के नज़रिए से खास ऑपरेशनों की लाइव कवरेज की इजाज़त देना रणनीतिक चूक थी या फिर इसके पीछे कोई राजनीतिक मक़सद था, सरकार को तुरंत इस पर सफाई देनी चाहिए। कल को फिर सरकार यही कहेगी कि ‘एक गलती के बाद दूसरी गलती हो गई’।”
अखिलेश यादव ने आगे कहा, “इसका सीधा मतलब है कि मीडिया को एक बेहद संवेदनशील इलाके यानी सुरक्षा से जुड़े मामलों में गैरज़रूरी दखल करने दिया गया।” उन्होंने कहा, “लाइव कवरेज को दुश्मन भी देख सकते हैं, जिससे उन्हें हमारे सुरक्षा बलों की जगह और रणनीति के बारे में पता चल सकता है। इससे देश की सुरक्षा और हमारे जवानों की जान पर खतरा बढ़ जाएगा।” उन्होंने साफ़ कहा, “ऐसी लाइव कवरेज पर सख़्त सज़ा दी जानी चाहिए। देश और सैनिकों की सुरक्षा से कोई भी समझौता माफ़ नहीं किया जा सकता।” बता दें कि मंगलवार को जम्मू-कश्मीर के दक्षिणी इलाके में स्थित प्रमुख पर्यटन स्थल पहलगाम में आतंकियों ने पर्यटकों पर फ़ायरिंग कर दी थी, जिसमें 26 लोग मारे गए थे। इस हमले के बाद ही सरकार ने मीडिया को रक्षा मामलों की रिपोर्टिंग को लेकर सलाह जारी की थी। सूचना और प्रसारण मंत्रालय की ओर से जारी एडवाइजरी में कहा गया है, “राष्ट्र की सुरक्षा के हित में सभी मीडिया प्लेटफ़ॉर्म, न्यूज़ एजेंसियों और सोशल मीडिया यूज़र्स से अपील की जाती है कि वे रक्षा और सुरक्षा से जुड़े मसलों की रिपोर्टिंग करते वक़्त पूरी ज़िम्मेदारी से काम लें और मौजूदा क़ानूनों और नियमों का सख़्ती से पालन करें।”