बजट 2025: आयुष मंत्रालय को 3,992.90 करोड़ रुपये का आवंटन

बजट 2025: आयुष मंत्रालय के बजट में 14% की बढ़ोतरी, 2025-26 के लिए 3,992.90 करोड़ रुपये आवंटित आयुष मंत्रालय के लिए बजट आवंटन 2025-26 में बढ़ाकर 3,992.90 करोड़ रुपये कर दिया गया है, जो 2024-25 के संशोधित अनुमान 3,497.64 करोड़ रुपये की तुलना में 14.15% अधिक है। औषधीय पौधों और दवाओं की गुणवत्ता पर जोर राष्ट्रीय औषधीय पौध पौध बोर्ड (National Medicinal Plants Board) को 18.59 करोड़ रुपये और भारतीय चिकित्सा एवं होम्योपैथी फार्माकोपिया आयोग (PCIM&H) को 21.96 करोड़ रुपये आवंटित किए गए हैं। राष्ट्रीय औषधीय पौध बोर्ड औषधीय पौधों के संरक्षण और खेती को बढ़ावा देने के लिए योजनाएं चलाता है, जिससे आयुर्वेद, सिद्ध, यूनानी और होम्योपैथी (ASU&H) दवाओं के निर्माण के लिए उच्च गुणवत्ता वाले कच्चे माल की उपलब्धता सुनिश्चित हो सके। फार्माकोपिया आयोग, जो आयुष मंत्रालय के अधीन एक प्रमुख संस्थान है, पूरे भारत में आयुष दवाओं की टेस्टिंग और मानकों को निर्धारित करने वाली शीर्ष संस्था है। यह सभी आयुष दवाओं के लिए गुणवत्ता मानक तय करता है, जिन्हें बाद में फार्माकोपिया के रूप में प्रकाशित किया जाता है।
स्वायत्त संस्थानों को मिला बड़ा बजट आयुष मंत्रालय के अधीन स्वायत्त संस्थानों को कुल 1,965.80 करोड़ रुपये का बजट दिया गया है। इसमें: – आयुर्वेदिक विज्ञान अनुसंधान परिषद (CCRAS) को 457.20 करोड़ रुपये
– होम्योपैथी अनुसंधान परिषद (CCRH) को 165 करोड़ रुपये
– यूनानी चिकित्सा अनुसंधान परिषद (CCRUM) को 214.50 करोड़ रुपये
– अखिल भारतीय आयुर्वेद संस्थान (AIIA) को 251.20 करोड़ रुपये
यह बजट बढ़ोतरी आयुष चिकित्सा प्रणाली को और मजबूत करने, पारंपरिक चिकित्सा के अनुसंधान को गति देने और आधुनिक चिकित्सा के साथ इसका समन्वय बढ़ाने के लिए की गई है।