राशन घोटाला: इंदौर में कालाबाजारी की सूचना देने वालों को मिलेगी अयोध्या यात्रा

इंदौर: गरीबों के लिए बांटे जाने वाले राशन की कालाबाजारी रोकने के लिए एक अनोखा तरीका अपनाया गया है। अब जो भी व्यक्ति राशन की कालाबाजारी की सूचना देगा, उसे अयोध्या में रामलला के दर्शन करवाए जाएंगे। इस यात्रा के दौरान सूचनाकर्ता के ठहरने, खाने-पीने और यात्रा का पूरा खर्च भी उठाया जाएगा।
अब नकद इनाम की जगह अयोध्या यात्रा
महापौर परिषद सदस्य मनीष शर्मा ‘मामा’ ने बताया कि अब तक राशन कालाबाजारी की सूचना देने वालों को नकद इनाम दिया जाता था, लेकिन अब इसकी जगह अयोध्या यात्रा करवाई जाएगी। शहरी गरीबी उन्मूलन विभाग के प्रभारी मनीष शर्मा ने बताया कि गरीबों के लिए मिलने वाले राशन की कालाबाजारी दो तरह से होती है। कुछ लोग बस्तियों में जाकर जरूरतमंदों से सस्ता राशन खरीद लेते हैं और फिर इसे किराना दुकानों पर ऊंचे दामों में बेचते हैं।
गुप्त रखा जाएगा नाम
अब तक इस तरह की सूचना देने वालों को ₹1100 का इनाम दिया जाता था, जबकि बड़े गोदामों से होने वाली राशन कालाबाजारी की सूचना देने पर ₹2100 मिलते थे। अब इन दोनों मामलों में जानकारी देने वालों को रामलला के दर्शन कराए जाएंगे और उनका नाम पूरी तरह गोपनीय रखा जाएगा।
तोल-कांटों में धांधली, ट्रांसपोर्टरों के भाड़े में कटौती
इधर, इंदौर के औद्योगिक क्षेत्र और बाजारों में चल रहे तोल-कांटों की नियमित जांच की मांग उठी है। ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन ने कलेक्टर को ज्ञापन सौंपकर शिकायत की है कि सही और नियमित जांच न होने से तौल में गड़बड़ी का खेल चल रहा है। व्यापारी सिर्फ उन्हीं तोल-कांटों पर माल तौलते हैं, जिन पर उन्हें फायदा होता है, जबकि अन्य तौल-कांटों की रीडिंग को मानने से इंकार कर देते हैं। इंदौर ट्रक ऑपरेटर और ट्रांसपोर्ट एसोसिएशन के अध्यक्ष सीएल मुकाती का कहना है कि पिछले तीन-चार महीनों से ट्रक चालकों और मालिकों की शिकायतें बढ़ी हैं कि माल कम तौलने के कारण उनके भाड़े में कटौती की जा रही है। व्यापारी हमेशा उसी तोल-कांटे का इस्तेमाल करते हैं, जिससे वजन कम दिखे। इस मामले में कलेक्टर को शिकायत दी गई है, जिसमें मांग की गई है कि शहर में संचालित सभी तोल-कांटों का वैधता परीक्षण कराया जाए।