ट्रम्प का बड़ा दावा: “भारत-पाकिस्तान में परमाणु युद्ध टलवाया, अमेरिका ने निभाई ‘शांतिदूत’ की भूमिका”

क्या अमेरिका ने भारत-पाकिस्तान के बीच परमाणु युद्ध टाला? ट्रम्प का दावा- पूर्व अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प ने एक बार फिर दावा किया है कि उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच एक संभावित परमाणु युद्ध को टाल दिया। क्या वाकई ऐसा हुआ था या ये सिर्फ एक दावा है? आइए जानते हैं इस विवादित बयान के बारे में विस्तार से।
ट्रम्प का बड़ा दावा: परमाणु युद्ध से बचाया- ट्रम्प का कहना है कि भारत और पाकिस्तान के बीच तनाव के दौरान, अमेरिका ने समय रहते कदम उठाकर एक बड़े संकट को टाल दिया। उनके अनुसार, दोनों देशों के बीच परमाणु युद्ध की कगार पर थे और अगर अमेरिका ने हस्तक्षेप नहीं किया होता, तो लाखों लोगों की जान जा सकती थी। उन्होंने अपने प्रशासन के अधिकारियों की भी तारीफ़ की, जिन्होंने इस संकट को निपटाने में अहम भूमिका निभाई। यह दावा कितना सही है, यह एक अलग सवाल है, लेकिन ट्रम्प ने इसे पूरी गंभीरता से रखा है। उनके अनुसार, अमेरिका ने अपने प्रभाव का इस्तेमाल करके दोनों देशों को शांत किया और एक बड़े युद्ध को टाल दिया। यह एक ऐसा दावा है जिस पर बहस जारी रह सकती है, लेकिन यह निश्चित रूप से ध्यान खींचने वाला है।
पहले भी उठा चुके हैं ये दावा- यह पहला मौका नहीं है जब ट्रम्प ने भारत-पाकिस्तान के बीच शांति स्थापित करने में अमेरिका की भूमिका का दावा किया हो। पहले भी, जब दोनों देशों के बीच युद्धविराम हुआ था, तब भी ट्रम्प ने अमेरिका को इसका श्रेय दिया था। उनके अनुसार, अमेरिका की मध्यस्थता के बिना यह युद्धविराम संभव नहीं था। हालांकि, भारत और पाकिस्तान की तरफ से इस दावे की कभी कोई आधिकारिक पुष्टि नहीं हुई है। इससे यह सवाल उठता है कि क्या ट्रम्प का दावा सही है या यह सिर्फ एक राजनीतिक बयान है?
सवालों के घेरे में ट्रम्प का दावा- ट्रम्प के इस दावे पर कई सवाल उठ रहे हैं। न तो भारत ने और न ही पाकिस्तान ने अमेरिका की मध्यस्थता की पुष्टि की है। कुछ लोग इसे ट्रम्प का महज प्रचार का तरीका बता रहे हैं, जबकि कुछ इसे अमेरिका की ‘दुनिया के पुलिसवाले’ वाली भूमिका का उदाहरण मानते हैं। सच्चाई क्या है, यह दोनों देशों के आधिकारिक बयान के बाद ही पता चल पाएगा। लेकिन ट्रम्प के इस दावे ने एक बार फिर से भारत-पाकिस्तान संबंधों और अमेरिका की भूमिका पर बहस छेड़ दी है। यह बहस आगे भी जारी रह सकती है, क्योंकि इस मामले में कई अनकहे पहलू भी हो सकते हैं।