ईद पर BJP की खास सौगात: 32 लाख जरूरतमंद मुस्लिम परिवारों को मिलेगा उपहार

सौगात-ए-ईद: जरूरतमंद मुस्लिम परिवारों के लिए बीजेपी की खास पहल भारतीय जनता पार्टी (BJP) का अल्पसंख्यक मोर्चा इस बार ईद से पहले देशभर के 32 लाख जरूरतमंद मुस्लिम परिवारों को एक खास तोहफा देने जा रहा है। इस पहल का मकसद यह सुनिश्चित करना है कि कोई भी गरीब परिवार ईद की खुशियों से वंचित न रहे और वे बिना किसी आर्थिक दबाव के यह त्योहार खुशी-खुशी मना सकें। इस अभियान को ‘सौगात-ए-मोदी’ नाम दिया गया है, जिसे बीजेपी के राष्ट्रीय अध्यक्ष जेपी नड्डा के मार्गदर्शन में चलाया जा रहा है। इसकी शुरुआत मंगलवार को दिल्ली के निजामुद्दीन इलाके से होगी। अभियान के तहत देशभर में 32,000 अल्पसंख्यक मोर्चा के कार्यकर्ता 32,000 मस्जिदों के जरिए जरूरतमंद परिवारों तक सहायता पहुंचाएंगे। क्या है ‘सौगात-ए-मोदी’ अभियान? ‘सौगात-ए-मोदी’ भारतीय जनता पार्टी (BJP) के अल्पसंख्यक मोर्चा द्वारा शुरू की गई एक सामाजिक पहल है, जिसका मकसद गरीब और जरूरतमंद मुस्लिम परिवारों की मदद करना है ताकि वे ईद को पूरे आनंद और उल्लास के साथ मना सकें। इस अभियान के तहत देशभर में 32 लाख मुस्लिम परिवारों को विशेष उपहार किट दी जाएगी, जिसमें खाने-पीने की जरूरी चीजें और कपड़े शामिल होंगे।
बीजेपी अल्पसंख्यक मोर्चा के राष्ट्रीय अध्यक्ष जमाल सिद्दीकी ने बताया कि यह पहल सिर्फ रमजान और ईद तक सीमित नहीं रहेगी, बल्कि गुड फ्राइडे, ईस्टर, नौरूज और भारतीय नववर्ष जैसे खास मौकों पर भी जरूरतमंदों की मदद की जाएगी। इसके अलावा, जिला स्तर पर ईद मिलन कार्यक्रम भी आयोजित किए जाएंगे, जिससे मुस्लिम समुदाय से संवाद और संपर्क बढ़ाया जा सके। बीजेपी की मुस्लिम समुदाय तक पहुंच बनाने की पहल मोर्चा के राष्ट्रीय मीडिया प्रभारी यासिर जिलानी ने बताया कि इस अभियान का एक महत्वपूर्ण उद्देश्य मुस्लिम समुदाय को सरकारी कल्याणकारी योजनाओं से जोड़ना और बीजेपी व एनडीए के साथ राजनीतिक संपर्क को मजबूत करना भी है। क्या मिलेगा ‘सौगात-ए-मोदी’ किट में?
इस अभियान के तहत बांटी जाने वाली “सौगात-ए-मोदी” किट में रोजमर्रा की जरूरी चीजें शामिल की गई हैं, जिससे गरीब परिवारों को ईद मनाने में कोई दिक्कत न हो।
👉 खाने-पीने की चीजें – सेवईं, खजूर, ड्राई फ्रूट्स, चीनी
👉 कपड़े – महिलाओं के लिए सूट का कपड़ा, पुरुषों के लिए कुर्ता-पायजामा
👉 किट की अनुमानित कीमत – ₹500 से ₹600
ईद-उल-फितर 2025 कब है? ईद-उल-फितर, जिसे मीठी ईद भी कहा जाता है, इस्लाम का सबसे खुशी भरा त्योहार है। यह रमजान के पूरा होने के बाद मनाया जाता है और इस दिन नमाज अदा करने, दावत करने और परिवार के साथ समय बिताने की परंपरा होती है। ईद की तारीख इस्लामिक चंद्र कैलेंडर पर निर्भर करती है और चांद दिखने के बाद तय की जाती है। मध्य पूर्व और पश्चिमी देशों में – 30 या 31 मार्च 2025 भारत, पाकिस्तान, बांग्लादेश और दक्षिण एशियाई देशों में – 31 मार्च या 1 अप्रैल 2025 निष्कर्ष बीजेपी का ‘सौगात-ए-मोदी’ अभियान एक सामाजिक पहल है, जिसका मकसद जरूरतमंद मुस्लिम परिवारों को ईद की खुशियों में शामिल करना है। यह पहल न सिर्फ आर्थिक रूप से कमजोर लोगों को सहारा देने का काम करेगी, बल्कि समुदायों के बीच संवाद और सहयोग को भी मजबूत करेगी।