बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट में नहीं आए भूटान के पीएम, कृषि मंत्री ने संभाली कमान

भूटान के प्रधानमंत्री की जगह कृषि मंत्री पहुंचे बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट, ममता बनर्जी ने जताई चिंता बुधवार को बंगाल ग्लोबल बिजनेस समिट (BGBS) में भूटान के प्रधानमंत्री दशो शेरिंग तोबगे की जगह देश के कृषि मंत्री योंटेन फुंटशो ने हिस्सा लिया। पहले उम्मीद थी कि खुद भूटानी प्रधानमंत्री इस कार्यक्रम में शामिल होंगे, लेकिन ऐन वक्त पर उनकी जगह मंत्री ने प्रतिनिधित्व किया।
ममता बनर्जी ने जताई आशंका
इस घटनाक्रम से ठीक एक दिन पहले पश्चिम बंगाल की मुख्यमंत्री ममता बनर्जी ने इशारों-इशारों में इस बदलाव के पीछे दिल्ली (केंद्र सरकार) की दखलअंदाजी होने का संकेत दिया था। मंगलवार को पत्रकारों से बात करते हुए उन्होंने कहा, “दिल्ली में कुछ चल रहा है। भूटान के प्रधानमंत्री के दौरे को लेकर कुछ अड़चनें हैं या नहीं, यह मैं नहीं कह सकती, लेकिन उन्होंने तो पिछले साल अक्टूबर में अपनी उपस्थिति की पुष्टि की थी।”
पहले थी भूटानी पीएम की आने की योजना
भूटान के कोलकाता स्थित रॉयल भूटानी वाणिज्य दूतावास के व्यापार काउंसलर नामगे थिनले ने सोमवार को जानकारी दी थी कि प्रधानमंत्री तोबगे के नेतृत्व में 13 सदस्यीय प्रतिनिधिमंडल इस समिट में भाग लेने वाला है, जिससे भारत और भूटान के व्यापारिक रिश्ते और मजबूत हों।
भूटान के कृषि मंत्री ने रखे देश के हित
समिट में भाग लेते हुए कृषि मंत्री योंटेन फुंटशो ने भूटान की खास भौगोलिक परिस्थितियों और जैविक कृषि उत्पादों की उत्कृष्टता पर प्रकाश डाला। उन्होंने कहा, “भूटान की जलवायु विविधता इसे उच्च गुणवत्ता वाले जैविक उत्पादों की खेती के लिए आदर्श स्थान बनाती है।” इसके अलावा, उन्होंने भूटान की अक्षय ऊर्जा क्षमता पर भी जोर दिया और बताया कि “हमारे पास जलविद्युत, सौर, पवन और भू-तापीय ऊर्जा के प्रचुर संसाधन हैं, जो भूटान को दक्षिण एशिया में स्वच्छ ऊर्जा परिवर्तन का अगुवा बनाते हैं।” उन्होंने निवेशकों को भूटान के हरित ऊर्जा क्षेत्र में सहयोग करने के लिए आमंत्रित किया, जिससे क्षेत्रीय स्थिरता को बढ़ावा मिल सके।
समिट में विभिन्न देशों के प्रतिनिधियों की भागीदारी
बुधवार से शुरू हुए इस दो दिवसीय समिट में कई देशों से आए प्रतिनिधि हिस्सा ले रहे हैं। आयोजन का मुख्य उद्देश्य निवेश को आकर्षित करना और व्यापारिक साझेदारियों को मजबूत बनाना है।