बीजेपी ने असली मुद्दों से ध्यान भटकाने के लिए फर्जी विवाद खड़ा किया – कांग्रेस

बीजेपी ने संसद में हंगामा करवाई, ताकि जस्टिस यशवंत वर्मा से जुड़ा मामला दब जाए – कांग्रेस का आरोप
कांग्रेस ने सोमवार को आरोप लगाया कि बीजेपी ने संसद में “बिलकुल फर्जी” मुद्दा उठाकर कार्यवाही बाधित करवाई, ताकि दिल्ली हाईकोर्ट के जस्टिस यशवंत वर्मा से जुड़े गंभीर मामले पर चर्चा न हो सके। लोकसभा में बीजेपी सांसदों ने कर्नाटक में मुस्लिमों को सरकारी ठेकों में दिए जाने वाले आरक्षण का मुद्दा उठाया। उन्होंने दावा किया कि राज्य के उपमुख्यमंत्री डी. के. शिवकुमार ने संविधान में बदलाव कर मुस्लिमों को 4% आरक्षण देने की बात कही है। हालांकि, शिवकुमार ने इस दावे को खारिज करते हुए कहा कि उन्होंने कभी संविधान में संशोधन करके धर्म के आधार पर आरक्षण देने की बात नहीं की।
संसद में हंगामे के चलते कार्यवाही स्थगित
राज्यसभा की कार्यवाही सोमवार को लंच से पहले के सत्र में किसी भी कामकाज के बिना स्थगित कर दी गई। सत्ता पक्ष और विपक्ष के बीच कर्नाटक में मुस्लिमों को सरकारी ठेकों में आरक्षण देने के मुद्दे पर तीखी नोकझोंक हुई। कांग्रेस के संचार विभाग के प्रभारी महासचिव जयराम रमेश ने कहा, “आज बीजेपी ने संसद स्थगित करवाने के लिए पूरी तरह से फर्जी मुद्दा उठाया, ताकि जस्टिस यशवंत वर्मा के आचरण से जुड़ा गंभीर मामला दब जाए।”
“बीजेपी बहस से बचने के लिए बहाने बना रही” – प्रियंका गांधी
कांग्रेस नेता प्रियंका गांधी ने संसद परिसर में पत्रकारों से बातचीत में कहा, “बीजेपी ने ठान लिया है कि वे संसद नहीं चलने देंगे। कई दिनों से वे रोज़ाना कोई न कोई बहाना ढूंढकर हंगामा कर रहे हैं।”
जस्टिस यशवंत वर्मा मामले में सुप्रीम कोर्ट की बड़ी कार्रवाई
शनिवार देर रात, सुप्रीम कोर्ट ने अपनी वेबसाइट पर इन-हाउस जांच रिपोर्ट अपलोड कर दी। रिपोर्ट में जस्टिस वर्मा के घर पर भारी मात्रा में नकदी मिलने के आरोपों से जुड़ी तस्वीरें और वीडियो भी शामिल किए गए। इस 25 पन्नों की रिपोर्ट में दिए गए सुझावों के आधार पर, मुख्य न्यायाधीश संजीव खन्ना ने एक इन-हाउस कमेटी गठित कर जांच के आदेश दिए हैं। साथ ही, दिल्ली हाईकोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डी. के. उपाध्याय को निर्देश दिया कि जस्टिस वर्मा को कोई भी न्यायिक काम न सौंपा जाए।