सोना फिर चमक में: ट्रेड वॉर की टेंशन, कमजोर डॉलर और बढ़ती अनिश्चितता से कीमतों में तेजी के आसार

सोना चमका: क्यों निवेशक भाग रहे हैं गोल्ड की तरफ़?-इन दिनों, दुनिया की अर्थव्यवस्था में काफी उतार-चढ़ाव चल रहा है। इस अनिश्चितता के बीच, निवेशक सुरक्षित निवेश के विकल्प तलाश रहे हैं, और सोना फिर से चर्चा में आ गया है। आइए जानते हैं क्यों।
वैश्विक जोखिम और सोने की चमक-दुनिया भर में बढ़ते तनाव और व्यापारिक युद्धों की आशंकाओं ने निवेशकों को सोने की ओर आकर्षित किया है। सोना हमेशा से ही एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, खासकर तब जब बाजार में अस्थिरता हो। अमेरिकी डॉलर के कमज़ोर होने से भी सोने की कीमतों को बल मिला है।
97,000 रुपये का सपोर्ट और गिरता रुपया-सोने की कीमतें 97,000 रुपये प्रति 10 ग्राम के स्तर पर मज़बूती से टिकी हुई हैं। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यह स्तर बना रहता है, तो कीमतों में और तेज़ी आ सकती है। भारतीय रुपये के कमज़ोर होने से भी सोने की कीमतों में बढ़ोतरी हो रही है।
ट्रम्प का टैरिफ़ और ट्रेड वॉर का डर-अमेरिका के पूर्व राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रम्प द्वारा नए टैरिफ़ लगाने की घोषणा ने वैश्विक व्यापार में अनिश्चितता बढ़ा दी है। इससे निवेशकों में ट्रेड वॉर की आशंका बढ़ गई है, जिससे सोने की मांग में उछाल आया है।
भारत-अमेरिका व्यापार समझौता: एक अहम कारक-भारत और अमेरिका के बीच व्यापार समझौते पर बातचीत चल रही है। इस समझौते का असर सोने की कीमतों पर पड़ सकता है। अगर समझौता होता है, तो बाजार में स्थिरता आ सकती है, और सोने की मांग कम हो सकती है।
सोने की कीमतों में उछाल: 1 लाख रुपये का आंकड़ा नज़दीक?-पिछले कुछ हफ़्तों में सोने की कीमतों में 3% से ज़्यादा की बढ़ोतरी हुई है। विशेषज्ञों का अनुमान है कि आने वाले समय में सोने की कीमतें 1 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक पहुँच सकती हैं।
कॉमेक्स गोल्ड: 3,360 डॉलर का अहम स्तर-अंतरराष्ट्रीय बाजार में कॉमेक्स गोल्ड ने 3,360 डॉलर प्रति औंस का अहम स्तर पार कर लिया है। अगर यह स्तर बना रहता है, तो सोने की कीमतों में और तेज़ी आ सकती है। रूस पर संभावित अमेरिकी प्रतिबंध भी सोने की मांग को बढ़ा सकते हैं।
अनिश्चितता में सोना सबसे सुरक्षित-वैश्विक स्तर पर अनिश्चितता के माहौल में, सोना निवेशकों के लिए एक सुरक्षित विकल्प बन गया है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर मौजूदा हालात बने रहते हैं, तो सोना आने वाले समय में भी निवेश का एक मज़बूत विकल्प बना रहेगा।



