लाडली बहना योजना के गांवों और कस्बों की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव
मुख्यमंत्री श्री शिवराज सिंह चौहान ने कहा है कि मुख्यमंत्री लाडली बहना योजना के क्रियान्वयन से पात्र हितग्राहियों के परिवारों को आर्थिक सहायता मिलेगी। साथ ही योजना के बड़े पैमाने पर लागू होने से गांवों और शहरों की अर्थव्यवस्था पर भी सकारात्मक प्रभाव पड़ेगा। यह तथ्य पूर्व में लागू की गई कल्याणकारी योजनाओं के प्रभाव अध्ययन से भी सामने आया है। इसलिए मुख्यमंत्री लाड़ली बहना योजना अर्थशास्त्रियों, योजनाकारों और नीति-निर्धारकों के लिए अध्ययन का विषय बनेगी। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने आज समत्व भवन मुख्यमंत्री निवास में बैठक कर योजनान्तर्गत किये गये पंजीयन एवं आगामी 10 दिनों की गतिविधियों पर चर्चा की.
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने चिकित्सा शिक्षा मंत्री श्री विश्वास सारंग, मुख्य सचिव श्री इकबाल सिंह बैंस एवं अन्य संबंधित वरिष्ठ अधिकारियों से योजनान्तर्गत प्राप्त आवेदनों एवं आगामी कार्यक्रमों के संबंध में चर्चा की. बताया गया कि नगरीय क्षेत्रों के वार्डों में भी बहनों को जनप्रतिनिधियों की उपस्थिति में स्वीकृति पत्र प्रदान करने की योजना बनाई गई है. 8 जून को गांवों में लाड़ली बहना ग्राम सभा होगी।
मुख्यमंत्री श्री चौहान ने कहा कि विभिन्न स्थानों पर होने वाले कार्यक्रमों में मंत्री, सांसद और विधायक हिस्सा लेंगे. 1 से 7 जून की अवधि में पात्र बहनों को स्वीकृति पत्र प्रदान किये जायेंगे। गांवों में भजन, मंगल गीत और लाड़ली बहना गीत भी प्रस्तुत किए जाएंगे। कुछ जिलों ने योजना के आधार पर प्रभावी नुक्कड़ नाटकों के मंचन की भी योजना बनाई है, जो सराहनीय है। मुख्यमंत्री श्री चौहान ने निर्देश दिए कि इन गतिविधियों को उत्सव के रूप में किया जाए।
मुख्यमंत्री श्री चौहान 10 जून को जबलपुर में निधि वितरण कार्यक्रम में भाग लेंगे। योजना के पात्र हितग्राहियों के खातों में एक-एक हजार रुपये की राशि हस्तान्तरित करते हुए उन्हें संबोधित करेंगे। मुख्यमंत्री श्री चौहान 1 से 9 जून तक विभिन्न जिलों में भ्रमण कर बहनों को सांकेतिक रूप से स्वीकृति पत्र प्रदान करेंगे.
योजना के तहत एक करोड़ 25 लाख से अधिक पंजीयन हो चुके हैं। पात्र बहनों को योजना का लाभ दिलाने के लिए बैंक स्तर पर डीबीटी। संबंधित कार्रवाई भी की गई है। जहां तकनीकी कारणों से यह काम शत प्रतिशत पूरा नहीं हो सका, वहां तेजी से काम किया जा रहा है।