गिरावट के बाद शेयर बाजार में फिर लौटी रौनक, सेंसेक्स और निफ्टी में जोरदार उछाल

बाजार में आई तेज़ी: क्या है वजह और आगे क्या होगा?-सोमवार को शेयर बाजार में जोरदार तेज़ी देखने को मिली, जिससे निवेशकों को राहत मिली। दो दिनों की गिरावट के बाद यह उछाल काफी अहम है।
टॉप परफॉर्मर्स: किन शेयरों ने दिखाई दमदार बढ़त?-कई बड़ी कंपनियों के शेयरों में तेज़ी से खरीदारी हुई। पावर ग्रिड, अल्ट्राटेक सीमेंट, भारती एयरटेल, एलएंडटी, एशियन पेंट्स, एनटीपीसी, टीसीएस और इंफोसिस जैसे दिग्गजों ने बाजार को ऊपर खींचा। इन कंपनियों के अच्छे नतीजों और निवेशकों के भरोसे ने बाजार की धारणा को सकारात्मक बनाया।
निराशाजनक प्रदर्शन: कौन से शेयर रहे पिछड़?-हालांकि, कुछ दिग्गज शेयरों में गिरावट भी देखी गई। टाटा मोटर्स, एक्सिस बैंक, अडानी पोर्ट्स और कोटक महिंद्रा बैंक जैसे शेयरों में बिकवाली का दबाव रहा। इससे पता चलता है कि बाजार में अभी भी सावधानी बरती जा रही है।
वैश्विक संकेत: एशियाई बाजारों का प्रभाव-एशिया के कई बाजारों में सकारात्मक माहौल था, जैसे साउथ कोरिया का कोस्पी और जापान का निक्केई। लेकिन हांगकांग का हैंगसेंग थोड़ा नीचे रहा। अमेरिकी बाजार शुक्रवार को कमजोर बंद हुए थे, जिससे कुछ चिंता बनी हुई है।
कच्चे तेल की कीमतें: बढ़ती चिंता-ब्रेंट क्रूड की कीमत में मामूली बढ़ोतरी हुई है, जो मध्य-पूर्व में तनाव की स्थिति को देखते हुए चिंता का विषय है। होरमुज़ जलडमरूमध्य बंद होने पर तेल की कीमतों में तेज़ी से उछाल आ सकता है।
विशेषज्ञों की राय: क्या है आगे की राह?-विशेषज्ञों का मानना है कि अभी घबराने की ज़रूरत नहीं है। हालांकि, अगर ईरान होरमुज़ जलडमरूमध्य बंद करता है और कच्चे तेल की कीमतें तेज़ी से बढ़ती हैं, तो बाजार पर इसका असर पड़ सकता है।
एफआईआई की बिकवाली: एक और चिंता का कारण-विदेशी निवेशकों ने शुक्रवार को भारतीय बाजार से भारी मात्रा में इक्विटी बेची। इससे पहले शुक्रवार को ही बाजार में भारी गिरावट देखी गई थी, लेकिन सोमवार की शुरुआत ने निवेशकों को कुछ राहत दी है।



