टैक्स कलेक्शन में सुस्ती: कम हुआ एडवांस टैक्स, व्यक्तिगत आय में हल्की बढ़त

टैक्स कलेक्शन: धीमी शुरुआत, लेकिन चिंता की कोई बात नहीं?-इस साल अप्रैल से जून तक, सरकार को टैक्स के रूप में 4.59 लाख करोड़ रुपये मिले हैं, जो पिछले साल से थोड़े कम हैं। लेकिन क्या यह चिंता का विषय है? आइए, इस पर एक नज़र डालते हैं।
एडवांस टैक्स में गिरावट-इस साल एडवांस टैक्स में पिछले साल के मुकाबले काफी कमी आई है। सिर्फ़ 3.87% की बढ़ोतरी हुई है, जबकि पिछले साल यह 27% थी। इसका मतलब है कि बड़े कारोबार वाले लोग उतना टैक्स पहले नहीं दे रहे जितना पहले देते थे।
कॉरपोरेट बनाम पर्सनल टैक्स-कॉरपोरेट टैक्स में 5% की कमी आई है, लेकिन आम लोगों से मिलने वाला पर्सनल इनकम टैक्स में मामूली बढ़ोतरी हुई है। यह बताता है कि आम लोग टैक्स देने में अभी भी सक्रिय हैं।
शेयर बाज़ार से अच्छी खबर-शेयर बाज़ार से मिलने वाले टैक्स (STT) में 12% की बढ़ोतरी हुई है। यह दर्शाता है कि शेयर बाज़ार में कारोबार बढ़ रहा है।
रिफंड में बढ़ोतरी-सरकार ने इस साल रिफंड में भी बढ़ोतरी की है, जो पिछले साल के मुकाबले 58% ज़्यादा है। इससे टैक्सदाताओं को राहत मिली है, लेकिन नेट टैक्स कलेक्शन कम हुआ है।
कुल टैक्स कलेक्शन-अगर कुल टैक्स कलेक्शन (ग्रॉस) देखें, तो इसमें 4.86% की बढ़ोतरी हुई है। लेकिन रिफंड की वजह से नेट कलेक्शन कम दिख रहा है।
आगे क्या?-कुल मिलाकर, टैक्स कलेक्शन की शुरुआत धीमी रही है। सरकार को आने वाले समय में ज़्यादा कारगर रणनीति अपनाने की ज़रूरत है ताकि टैक्स सिस्टम मज़बूत रहे और आर्थिक स्थिरता बनी रहे।



