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चांदी ने तोड़ा अब तक का रिकॉर्ड, सोने की कीमतें भी उछली – जानिए क्या है तेजी की असली वजह

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 चांदी ने तोड़ा रिकॉर्ड! कीमतें आसमान छू रही हैं!-चांदी की कीमतों में ऐसी तेज़ी आई है जिसने सबको चौंका दिया है! दिल्ली में चांदी की कीमत ₹1,04,100 प्रति किलो तक पहुँच गई है, जो अब तक का सबसे ऊँचा स्तर है। लगातार चौथे दिन चांदी के भाव आसमान छू रहे हैं। आइए जानते हैं इसके पीछे की वजहें।

औद्योगिक मांग में जबरदस्त इज़ाफ़ा-देश में औद्योगिक क्षेत्र में चांदी की मांग बहुत बढ़ गई है। इस बढ़ती मांग ने कीमतों को आसमान छूने पर मजबूर कर दिया है। साथ ही, दुनिया भर में चांदी की सप्लाई में कमी भी एक बड़ा कारण है। कई उद्योगों में चांदी का इस्तेमाल बढ़ने से इसकी मांग में तेज़ी आई है, जिससे कीमतें बढ़ी हैं। वैश्विक स्तर पर भी चांदी की उपलब्धता कम होने से कीमतों को और बढ़ावा मिला है।

 महंगाई से बचाव का एक सुरक्षित रास्ता-महंगाई बढ़ने से लोग ऐसे निवेश के विकल्प ढूंढ रहे हैं जो सुरक्षित हों। चांदी को एक सुरक्षित निवेश माना जाता है, इसीलिए इसकी मांग बढ़ी है। निवेशकों का भरोसा चांदी की कीमतों को ऊपर ले जा रहा है। लोग महंगाई से बचने के लिए चांदी में निवेश कर रहे हैं, जिससे इसकी मांग बढ़ी है और कीमतें ऊपर गई हैं। यह एक ऐसा निवेश है जो लोगों को आर्थिक अनिश्चितता से बचाने में मदद कर सकता है।

 सोना भी चमका-चांदी के साथ-साथ सोने की कीमतों में भी तेज़ी आई है। 99.9% शुद्ध सोना ₹99,690 प्रति 10 ग्राम और 99.5% शुद्ध सोना ₹99,100 प्रति 10 ग्राम तक पहुँच गया। दुनिया के बाजार के हालात ने भी सोने की कीमतों को मजबूत किया है। सोने की कीमतों में बढ़ोतरी चांदी की बढ़ती कीमतों के साथ जुड़ी हुई है, क्योंकि दोनों ही कीमती धातुएँ निवेशकों के लिए आकर्षक विकल्प हैं। वैश्विक स्तर पर बाजार में उतार-चढ़ाव भी सोने की कीमतों को प्रभावित कर रहे हैं।

 फ्यूचर्स मार्केट में भी तेज़ी-एमसीएक्स पर जुलाई के लिए सिल्वर कॉन्ट्रैक्ट 3.78% की बढ़त के साथ ₹1,05,213 प्रति किलो पर पहुँच गया। गोल्ड फ्यूचर भी ₹635 की तेज़ी के साथ ₹99,214 प्रति 10 ग्राम पर पहुँच गया। यह तेज़ी भविष्य में भी कीमतों में बढ़ोतरी का संकेत देती है। फ्यूचर्स मार्केट में ये तेज़ी दर्शाती है कि आने वाले समय में भी सोने और चांदी की कीमतों में बढ़ोतरी की उम्मीद है। यह निवेशकों के लिए एक महत्वपूर्ण संकेत है।

कमज़ोर डॉलर और वैश्विक अनिश्चितता-डॉलर के कमज़ोर होने और अमेरिका के कर्ज़ को लेकर चिंताओं के कारण सोने की मांग बढ़ी है। अंतरराष्ट्रीय बाजार में गोल्ड की कीमत USD 3,393.93 प्रति औंस और सिल्वर USD 35.80 प्रति औंस पर पहुँच गई है। डॉलर के कमज़ोर होने से सोना और चांदी जैसे कीमती धातुओं की मांग बढ़ जाती है क्योंकि ये वैश्विक अनिश्चितता के समय में सुरक्षित निवेश के विकल्प माने जाते हैं। अमेरिका में आर्थिक अनिश्चितता भी इस बढ़ोतरी में योगदान दे रही है।

 12 साल बाद बड़ा रेजिस्टेंस पार-अंतरराष्ट्रीय बाजार में स्पॉट सिल्वर ने USD 35 के रेजिस्टेंस को 12 साल बाद पार किया है। यह निवेशकों के बढ़ते भरोसे को दर्शाता है और भविष्य में कीमतों में और बढ़ोतरी की संभावना है। यह एक महत्वपूर्ण उपलब्धि है जो चांदी के भविष्य के लिए सकारात्मक संकेत देती है। यह लंबे समय के बाद एक बड़ा बदलाव है।

 अमेरिकी रिपोर्ट पर नज़र-अब निवेशकों की नज़र शुक्रवार को आने वाली अमेरिकी नॉन-फार्म पेरोल रिपोर्ट पर है। यह रिपोर्ट फेडरल रिजर्व की मौद्रिक नीति को प्रभावित करेगी और सोने की कीमतों पर असर डाल सकती है। साथ ही, कोई भी भू-राजनीतिक घटनाक्रम सोने को सुरक्षित निवेश विकल्प बना सकता है। अमेरिकी रिपोर्ट से सोने और चांदी की कीमतों में उतार-चढ़ाव आ सकता है। इसलिए, निवेशकों को इस रिपोर्ट पर ध्यान देना चाहिए।

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