‘हम सिर कलम कर देंगे’ – कर्नल सोफिया कुरैशी के भाई का वो बयान जो पूरे देश में चर्चा में है

ऑपरेशन सिंदूर: देश की बेटी कर्नल सोफिया कुरैशी की वीरता पर पूरे भारत को गर्व, भाई ने कहा – “आँख उठाओगे तो सिर काट देंगे!”
आजकल हर तरफ बस एक ही नाम गूंज रहा है – कर्नल सोफिया कुरैशी। न्यूज़ चैनलों से लेकर सोशल मीडिया तक, हर कोई उनकी बहादुरी की बातें कर रहा है। उन्होंने पूरे देश को दिखा दिया है कि लड़कियाँ सिर्फ़ घर के कामों तक सीमित नहीं हैं, वे चाहें तो बंदूक उठाकर दुश्मनों से लड़ भी सकती हैं। कर्नल सोफिया की वीरता ने देश को गर्व से भर दिया है। उनकी बहन के इस जज़्बे को देखकर उनके भाई, मोहम्मद संजय कुरैशी ने जो कहा, वो अब सोशल मीडिया पर खूब वायरल हो रहा है। उन्होंने पाकिस्तान को कड़ी चेतावनी देते हुए कहा – “अगर आँख उठाओगे, तो हम सिर काट देंगे। जो भी हमारे देश को नुकसान पहुँचाने की कोशिश करेगा, उसे छोड़ेंगे नहीं।”
“मुझे अपनी बहन पर गर्व है”
संजय कुरैशी ने कहा कि उन्हें अपनी बहन सोफिया पर बहुत गर्व है। उन्होंने कहा, “सोफिया आज मेरे बच्चों के लिए एक रोल मॉडल बन गई है। जिस तरह से देश भर में लोग उनकी तारीफ़ कर रहे हैं, वो देखकर दिल बहुत खुश हो रहा है। हमारे पापा और दादा भी देश की सेवा कर चुके हैं, और आज सोफिया ने भी परिवार की उसी परंपरा को आगे बढ़ाया है।”
“दुश्मनों ने बेटियों का सिंदूर मिटाया था, इसलिए ये ऑपरेशन ‘सिंदूर’ कहलाया”
संजय ने बताया कि सोफिया बचपन से ही सेना की बातें समझती थी। जब उसने खुद तय किया कि वो भी सेना में जाएगी, तो परिवार ने उसका पूरा साथ दिया। उन्होंने कहा कि इस बार दुश्मनों ने देश की बेटियों के सिंदूर को निशाना बनाया था, इसलिए इस ऑपरेशन का नाम ‘सिंदूर’ रखना बिलकुल सही था।
“भारत की तरफ़ आँख उठाने वालों को छोड़ेंगे नहीं”
संजय कुरैशी इस समय वडोदरा के ओरियन इंस्टीट्यूट ऑफ मैनेजमेंट एंड टेक्नोलॉजी के चेयरमैन हैं। उन्होंने साफ़-साफ़ कहा, “हमारे खून में देशभक्ति है, हमारे लिए देश सबसे ऊपर है। जो भी भारत की तरफ़ बुरी नज़र डालेगा, वो बच नहीं पाएगा।”
“हम पहले भारतीय हैं, फिर कुछ और”
कर्नल सोफिया के पिता ताज मोहम्मद कुरैशी ने भी अपनी बेटी पर गर्व जताया। उन्होंने कहा, “मेरी बेटी ने जो किया है, वो सिर्फ़ हमारे लिए नहीं बल्कि पूरे भारत के लिए गर्व की बात है। हम हमेशा यही मानते आए हैं कि सबसे पहले हम भारतीय हैं, उसके बाद हिंदू या मुसलमान। हमने हमेशा ‘वयं राष्ट्रे जागृयाम’ के सिद्धांत को माना है और आगे भी मानते रहेंगे।”
कौन हैं कर्नल सोफिया कुरैशी?
सोफिया वडोदरा, गुजरात की रहने वाली हैं।
- वो भारतीय सेना की पहली महिला अफ़सर हैं, जिन्होंने किसी इंटरनेशनल मिलिट्री एक्सरसाइज़ में भारतीय टुकड़ी का नेतृत्व किया।
- उनका जन्म 1981 में एक मुस्लिम परिवार में हुआ था।
- सोफिया ने बायोकेमिस्ट्री में पोस्ट ग्रेजुएशन किया था और पीएचडी कर रही थीं, लेकिन जब शॉर्ट सर्विस कमीशन (SSC) में चयन हुआ तो उन्होंने पीएचडी छोड़ दी।
- उन्होंने 1999 में चेन्नई के ऑफिसर्स ट्रेनिंग अकादमी से ट्रेनिंग ली और सेना में लेफ्टिनेंट बनकर कमीशन प्राप्त किया।
- उनकी शादी भी एक आर्मी अफ़सर, मैकेनाइज्ड इन्फैंट्री के मेजर ताजुद्दीन कुरैशी से हुई है।
- वो भारतीय सेना की पहली महिला अफ़सर हैं, जिन्होंने ‘Force 18’ में एक ट्रेनिंग टुकड़ी को लीड किया।
- उनके पिता ताज मोहम्मद 1971 की जंग में हिस्सा ले चुके हैं।
- उनके पति भी इस समय सेना में कार्यरत हैं।