महाकुंभ में अव्यवस्था के आरोपों पर योगी का पलटवार, कहा- सनातन के खिलाफ झूठा प्रचार

योगी: विपक्ष के निशाने पर आए मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने मंगलवार को प्रयागराज में महाकुंभ में भारी भीड़ और भक्तों के घंटों तक बिना भोजन-पानी फंसे रहने को लेकर उठे सवालों पर पलटवार किया। उन्होंने इसे ‘सनातन धर्म के खिलाफ दुष्प्रचार अभियान’ करार दिया। एक कार्यक्रम में बोलते हुए योगी आदित्यनाथ ने कहा कि जो लोग हमेशा ‘वीआईपी ट्रीटमेंट’ के आदी रहे हैं, वही अब महाकुंभ की व्यवस्थाओं पर सवाल उठा रहे हैं। उन्होंने बिना नाम लिए कहा, “ये वही लोग हैं, जो हमेशा भारत और सनातन का विरोध करते हैं और झूठा प्रचार फैलाते हैं।” मुख्यमंत्री ने कहा कि जो लोग पहले भी नकारात्मकता फैलाते थे, वे अब भी वही कर रहे हैं। उन्होंने कहा, “एक बार फिर ये लोग सनातन के खिलाफ दुष्प्रचार में लगे हुए हैं।” योगी आदित्यनाथ ने बताया कि बीते 29 दिनों में करीब 45 करोड़ श्रद्धालुओं ने संगम में स्नान किया है। उन्होंने कहा, “यह ऐतिहासिक घटना है…इससे बड़ी बात क्या हो सकती है?…लेकिन कुछ लोग इसे वीआईपी स्नान से जोड़कर जनता को गुमराह करने की कोशिश कर रहे हैं।”
मुख्यमंत्री का यह बयान समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव के हमले के बाद आया है। अखिलेश ने 3 फरवरी को बसंत पंचमी के मौके पर तीसरे अमृत स्नान के दौरान महाकुंभ में अव्यवस्थाओं को लेकर सरकार पर निशाना साधा था। अखिलेश यादव ने कहा था, “मुख्यमंत्री ही इस अव्यवस्था के लिए जिम्मेदार हैं…वह अधिकारियों को काम करने नहीं देते…कभी खुद इंजीनियर बन जाते हैं, कभी डॉक्टर और कभी पुलिस अफसर।” अखिलेश ने पहले भी उन श्रद्धालुओं के लिए “आपातकालीन” व्यवस्था की मांग की थी, जो घंटों तक अपनी गाड़ियों में बिना भोजन-पानी के फंसे रहे।