BRICS का बड़ा ऐलान: आतंकवाद पर सख्त रुख, ‘जीरो टॉलरेंस’ नीति और दोहरे मापदंडों से इनकार

BRICS शिखर सम्मेलन: आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता और वैश्विक चुनौतियाँ
पाहलगाम हमले की निंदा और आतंकवाद के खिलाफ कठोर रुख-BRICS देशों ने जम्मू-कश्मीर के पाहलगाम में हुए आतंकी हमले की कड़ी निंदा करते हुए आतंकवाद के खिलाफ जीरो टॉलरेंस की नीति अपनाने का ऐलान किया है। उन्होंने आतंकवादियों को शरण देने वाले देशों और आतंकवाद को फंड करने वालों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई करने पर जोर दिया है। इसके साथ ही उन्होंने दोहरे रवैये को खत्म करने और आतंकवाद के खिलाफ एकजुटता से लड़ने का आह्वान किया है।
सीमा पार आतंकवाद पर चिंता और अंतर्राष्ट्रीय सहयोग-BRICS ने सीमा पार आतंकवाद की बढ़ती चिंता को स्वीकार किया है और इस समस्या से निपटने के लिए सभी देशों के बीच अंतर्राष्ट्रीय सहयोग को मजबूत करने की आवश्यकता पर जोर दिया है। उन्होंने संयुक्त राष्ट्र में लंबे समय से लंबित ‘Comprehensive Convention on International Terrorism’ को जल्द से जल्द पारित करने का आह्वान किया है।
नई तकनीकों का दुरुपयोग और आतंकवाद का नया स्वरूप-आतंकवाद के नए रूपों पर चिंता व्यक्त करते हुए BRICS ने कहा कि क्रिप्टोकरेंसी और ऑनलाइन नेटवर्क जैसे नए तकनीकी साधनों का दुरुपयोग आतंकवादियों द्वारा किया जा रहा है। इसलिए, मनी लॉन्ड्रिंग, अवैध फंडिंग और तकनीकी का दुरुपयोग रोकने के लिए सभी देशों को मिलकर काम करने की आवश्यकता है।
ईरान पर हमलों की निंदा और वैश्विक शांति की अपील-BRICS ने ईरान पर हुए हालिया सैन्य हमलों की निंदा की है और कहा है कि यह अंतरराष्ट्रीय कानून और संयुक्त राष्ट्र चार्टर का उल्लंघन है। उन्होंने दुनिया के कई हिस्सों में जारी संघर्ष और युद्धों पर चिंता व्यक्त की है और नागरिक क्षेत्रों और परमाणु संयंत्रों पर हमलों को तुरंत रोकने का आह्वान किया है।
व्यापार में टैरिफ और प्रतिबंधों पर चिंता-वैश्विक व्यापार में बढ़ते टैरिफ और प्रतिबंधों पर चिंता व्यक्त करते हुए BRICS ने विश्व व्यापार संगठन (WTO) के नियमों का पालन करते हुए निष्पक्ष और पारदर्शी व्यापार की वकालत की है। उन्होंने कहा है कि ये कदम अंतरराष्ट्रीय व्यापार के लिए अस्थिरता और अनिश्चितता पैदा करते हैं।
BRICS का विस्तार और वैश्विक प्रभाव-BRICS अब 11 देशों का एक मजबूत संगठन बन चुका है, जो दुनिया की लगभग 49.5% जनसंख्या, 40% GDP और 26% वैश्विक व्यापार का प्रतिनिधित्व करता है। इस विस्तार ने BRICS के वैश्विक प्रभाव को और बढ़ा दिया है।



