पाकिस्तान में ट्रेन हाईजैक: सेना ने सभी आतंकियों को मार गिराया, कुछ बंधकों की मौत

पाकिस्तान में बड़ा आतंकी हमला: बलूचिस्तान में ट्रेन हाईजैक, सेना ने सभी आतंकियों को मार गिराया
पाकिस्तान के बलूचिस्तान प्रांत में आतंकी हमले के दौरान अगवा की गई ट्रेन को छुड़ा लिया गया है। सरकारी मीडिया के मुताबिक, सुरक्षा बलों ने सभी आतंकियों को मार गिराया है, हालांकि कुछ यात्रियों की मौत की भी खबर है।
कैसे हुआ हमला?
जाफर एक्सप्रेस, जिसमें करीब 400 यात्री सवार थे, मंगलवार को क्वेटा से पेशावर जा रही थी। इसी दौरान आतंकियों ने ट्रेन को पटरी से उतारने के लिए धमाका किया और उसे हाईजैक कर लिया। यह घटना क्वेटा से करीब 160 किलोमीटर दूर गुडलार और पीरू कुंरी के पहाड़ी इलाकों में एक सुरंग के पास हुई।
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) ने इस हमले की जिम्मेदारी ली है। संगठन का दावा है कि उसने इस हमले में छह सैनिकों को मार डाला, हालांकि पाकिस्तानी अधिकारियों ने इस दावे की पुष्टि नहीं की है।
यात्रियों को बनाया गया था बंधक
सुरक्षा सूत्रों के मुताबिक, ऑपरेशन के दौरान बड़ी संख्या में यात्रियों को बचाया गया, जिनमें महिलाएं और बच्चे भी शामिल थे। आतंकियों ने कई यात्रियों को मानव ढाल की तरह इस्तेमाल किया था।
इससे पहले 190 यात्रियों को सुरक्षित निकाला गया था। हालांकि, इस दौरान कई लोग घायल हुए और कुछ यात्रियों की मौत हो गई, जिनकी सही संख्या का अभी पता लगाया जा रहा है।
कैसे किया गया आतंकियों का खात्मा?
पाकिस्तानी सेना ने बताया कि ऑपरेशन के दौरान आतंकियों को पूरी तरह से घेर लिया गया था। कई आतंकवादी आत्मघाती जैकेट पहने हुए थे और महिलाओं व बच्चों को अपने पास बैठा लिया था, जिससे ऑपरेशन और भी संवेदनशील हो गया था। सेना ने बहुत सावधानी से अभियान चलाया ताकि निर्दोष लोगों की जान बचाई जा सके।
गृह राज्य मंत्री तलाल चौधरी ने बताया कि इस हमले में करीब 70-80 आतंकवादी शामिल थे। उन्होंने सोशल मीडिया पर वायरल हो रहे वीडियो को फर्जी बताया और कहा कि इलाके में कोई मोबाइल नेटवर्क काम नहीं कर रहा है।
बचाए गए यात्रियों ने सुनाई दहशत की कहानी
एक यात्री मुश्ताक मुहम्मद ने बताया, “हमने इतनी भयानक फायरिंग और धमाका पहले कभी नहीं देखा था। आतंकी कोच में घुसे और पहचान पत्र देखकर कुछ लोगों को अलग कर दिया।”
वहीं, इसहाक नूर नाम के यात्री ने कहा, “धमाका इतना तेज था कि ट्रेन की खिड़कियां और दरवाजे तक हिल गए। जब गोलियां चलनी शुरू हुईं, तो मैंने अपने बच्चे को नीचे दबा लिया और मेरी पत्नी ने दूसरे बच्चे को ढक लिया ताकि हमपर गोली लगे, लेकिन बच्चे बच जाएं। लगभग 50 मिनट तक लगातार फायरिंग होती रही।”
BLA का पहली बार ऐसा हमला
बलूच लिबरेशन आर्मी (BLA) पहले भी पाकिस्तान में आतंकी हमले करती रही है, लेकिन यह पहली बार था जब इस संगठन ने किसी पैसेंजर ट्रेन को हाईजैक किया। बीते एक साल में बलूचिस्तान में आतंकी हमले बढ़े हैं, जहां अक्सर सेना और सरकारी संस्थानों को निशाना बनाया जाता है।
सूत्रों के मुताबिक, कुछ आतंकी सैटेलाइट फोन के जरिए अपने आकाओं से संपर्क में थे। पाकिस्तान रेलवे ने क्वेटा और पेशावर रेलवे स्टेशनों पर हेल्प डेस्क बनाई है ताकि लोग अपने परिजनों की जानकारी ले सकें।
अंतरराष्ट्रीय निंदा और संवेदना
इस हमले की अमेरिका और यूरोपीय संघ (EU) ने कड़ी निंदा की है। इस्लामाबाद स्थित अमेरिकी दूतावास ने कहा, “हम इस हमले की कड़ी निंदा करते हैं और पीड़ितों के परिवारों के प्रति गहरी संवेदना व्यक्त करते हैं। पाकिस्तान के लोग शांति और सुरक्षा के हकदार हैं।”
EU की पाकिस्तान में राजदूत रीना किओंका ने कहा, “हम इस नृशंस हमले की निंदा करते हैं और बंधकों की सुरक्षित रिहाई की अपील करते हैं।”
बलूचिस्तान में क्यों बढ़ रहे हैं आतंकी हमले?
बलूचिस्तान, जो कि ईरान और अफगानिस्तान से सटा हुआ है, लंबे समय से हिंसा और उग्रवाद की चपेट में है। BLA और अन्य विद्रोही संगठन यहां सुरक्षा बलों, सरकारी परियोजनाओं और विदेशी निवेशकों को निशाना बनाते रहे हैं। खासतौर पर चीन-पाकिस्तान इकोनॉमिक कॉरिडोर (CPEC) से जुड़े प्रोजेक्ट्स पर लगातार हमले हो रहे हैं।
पाकिस्तान रेलवे ने अक्टूबर 2023 में पेशावर-कोईटा ट्रेन सेवा को फिर से शुरू किया था, लेकिन एक महीने बाद ही एक आत्मघाती हमला हुआ था, जिसमें 26 लोग मारे गए थे और 62 घायल हुए थे।
अब इस ट्रेन हाईजैक की घटना ने पाकिस्तान की सुरक्षा व्यवस्था पर फिर से सवाल खड़े कर दिए हैं।